ग्राम पंचायत ओडेल गद्दी में मनरेगा के कामों में खेल, श्मशान घाट पर नहीं लग रहे पौधे

खबर सार : -
भरतपुर जिले के ओडेल गद्दी ग्राम पंचायत में मनरेगा योजना के तहत श्मशान घाट पर कराए जाने वाले पौधरोपण कार्य में जमकर मनमानी की जा रही है। यहां पर मनरेगा कर्मी सिर्फ फोटो खिंचवाकर अपने काम की इतिश्री कर ले रहे हैं, जिसको लेकर ग्रामीण आक्रोशित हैं।

खबर विस्तार : -

भरतपुरः भरतपुर जिले के रूपबास उपखण्ड की ग्राम पंचायत ओडेल गद्दी में मनरेगा (महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी अधिनियम) कार्यों में धांधली का मामला आया सामने हैं। यहां पर मनरेगा के तहत कराए जाने वाले कार्यों में जमकर मनमानी की जा रही है और जिम्मेदार चुप्पी साधे हुए हैं। 

आक्रोशित लोगों का कहना है कि ग्राम पंचायत ओडेल गद्दी के श्मशान घाट के अंदर मनरेगा के तहत पौधों का रोपण कार्य होना था लेकिन मनरेगा कर्मियों व कार्य को सुपरविजन करने वाले अधिकारियों द्वारा कथित रूप से भ्रष्टाचार कर मौके पर मनरेगा कर्मियों के सिर्फ फोटो खींच कर बिना किसी कार्य के ही खानापूर्ति की जा रही है। लोगों का कहना है कि मनरेगा कर्मी काम के नाम पर सिर्फ फोटो खिंचवाकर अपने घर चले जाते हैं और हाजिरी रजिस्टर मे उनकी पूरी हाजिरी लगाई जाती है। मनरेगा के तहत होने वाले इस काम में इन लोगों द्वारा भ्रष्टाचार कर सरकारी राजस्व को भारी नुकसान पहुंचाया जा रहा है। 

चिलचिलाती धूप में खड़े होने को मजबूर हैं लोग

ग्राम पंचायत ओडेल गद्दी के इस श्मशान घाट पर एक भी पेड़-पौधे के न होने की वजह से लोगों को चिलचिलाती धूप में ही अंतिम संस्कार के लिए इकट्ठा होना पड़ता है। शव की अंतिम क्रिया होने के दौरान दो-तीन घंटे तक लोग उमस भरी गर्मी और धूप में ही खड़े रहने को मजबूर होते हैं। ग्राम पंचायत के निवासियों की मशक्कत और प्रयास के बाद मनरेगा योजना के तहत श्मशान घाट में पौधरोपण कराए जाने की योजना बनी थी और यहां पर जगह-जगह छायादार वृक्ष लगाए जाने थे लेकिन अब जिन लोगों को यह जिम्मेदारी मिली है, वही इसमें पलीता लगा रहे हैं। लोगों ने जिम्मेदार अधिकारियों से मौके का निरीक्षण कर लापरवाही बरते वाले लोगों पर कड़ी कार्रवाई करने की मांग की है। 

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