नई दिल्ली, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने रविवार को आपातकाल की 50वीं बरसी पर 1975 में लगाए गए आपातकाल को अत्याचार बताया। उन्होंने कहा कि आपातकाल लगाने वालों का इरादा था कि वह न्यायपालिका को गुलाम बना लें। आपातकाल के दौरान प्रताड़ित किए गए हजारों लोगों को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने श्रद्धांजलि दी। पीएम अपने रेडियो कार्यक्रम ’मन की बात’ में बोल रहे थे। उस दौर को याद करते हुए कहा कि संविधान की हत्या करने का इरादा था। उन्होंने कहा कि जनता ने इनके प्रयासों और इनकी प्रताड़ना का एक साथ विरोध किया और यह दिखा दिया कि लोकतंत्र को किसी भी तरीके से दबाया नहीं जा सकता है।
पीएम ने अपने विचारों को साझा करते हुए कहा कि देश में हुए सकारात्मक बदलावों, सांस्कृतिक पर्वों, सामाजिक सहभागिता, महिलाओं की प्रगति, पर्यावरण संरक्षण और भारत की अंतरराष्ट्रीय उपलब्धियां पाने में देश बढ़ रहा है। उन्होंने कहा कि आप कल्पना कर सकते हैं कि वह दौर कैसा था। उस दौर में लोगों को जमकर प्रताड़ित किया। प्रधानमंत्री ने यह बताने की कोशिश की कि जो बातें कह रहे हैं, वह काल्पनिक या झूठी नहीं हैं। उन्होंने बताया कि ऐसे उदाहरण हैं। पूर्व प्रधानमंत्री मोरारजी देसाई, बाबू जगजीवन राम और अटल बिहारी वाजपेयी के पुराने ऑडियो भी उस दौर की भयावहता साबित कर रहे हैं।
एक मिसाल पेश करते हुए बताया कि जॉर्ज फर्नांडिस को जंजीरों में बांधा गया था। तमाम लोगों को कठोर यातनाएं झेलनी पड़ीं। मीसा के तहत तमाम लोगों को गिरफ्तार कर लिया था। संविधान में दिए गए अधिकार अभिव्यक्ति की आजादी का भी गला घोंट दिया। गिरफ्तार किए गए लोगों पर अत्याचार हुए। प्रधानमंत्री ने कहा कि यह भारत की जनता का सामर्थ्य है कि वह झुकी नहीं। उन्होंने कहा कि जनता ने लोकतंत्र के साथ कोई समझौता स्वीकार नहीं किया। इसी से उसकी जीत हुई और आपातकाल हटा लिया गया।
नरेंद्र मोदी ने अंतरराष्ट्रीय योग दिवस की भव्यता का वर्णन किया। उन्होंने बताया कि इस बार योग दिवस पर तीन लाख लोगों ने विशाखापत्तनम के समुद्र तट पर एक साथ योग किया। उन्होंने याद दिलाया कि दो हजार से अधिक आदिवासी छात्रों ने 108 मिनट तक सूर्य नमस्कार किया। यमुना के किनारे योग को स्वच्छता के संकल्प से जोड़ा गया तो दिल्ली के लोग भी प्रसन्न नजर आए। उन्हांने कहा कि हिमालय से लेकर नौसेना के जहाजों तक योग हुआ। ‘एक धरती, एक स्वास्थ्य’ इस बार का वैश्विक एकता और भारतीय संस्कृति का सन्देश माना गया। यही इस बार की थीम थी।
पर्यावरण के क्षेत्र में पुणे के रमेश खर्माले द्वारा पहाड़ियों पर जल संरक्षण और वृक्षारोपण, अहमदाबाद में ’सिंदूर वन’ और ‘एक पेड़ माँ के नाम’ जैसे अभियानों का भी प्रधानमंत्री ने उल्लेख किया और कहा कि इनसे पर्यावरण के लिए प्रेरणा लेनी होगी। महत्वपूर्ण यह रहा कि प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत हर क्षेत्र में नया इतिहास रच रहा है। उनका इशारा अंतरिक्ष में हाल की सफलता को लेकर था। प्रधानमंत्री ने आत्मनिर्भर भारत, महिला सशक्तिकरण, स्वदेशी उत्पादों के समर्थन और पर्यावरण संरक्षण पर सबका साथ मांगा। इसके अलावा उन्होंने असम के बोडोलैंड क्षेत्र में हो रहे फुटबॉल टूर्नामेंट, तेलंगाना के भद्राचलम की महिलाओं द्वारा बनाए गए बाजरे के बिस्किट और सस्ते सैनिटरी पैड, कर्नाटक के कलबुर्गी की महिलाओं द्वारा तैयार की जा रही ज्वार की रोटियों, मध्यप्रदेश की सुमन द्वारा मशरूम उत्पादन, मेघालय के एरी रेशम का भी जिक्र किया।
अन्य प्रमुख खबरें
National Doctors Day 2025: जब भारत से बाहर छाए 'देसी डॉक्टर', तो अपने देश की सेहत क्यों है बीमार?
अब 4 की जगह 8 घंटे पहले बनेंगे रिजर्वेशन चार्ट, दिसंबर से लागू होगा नियम
TMC give notice to Madan Mitra: टीएमसी ने विवादित बयान मामले में मदन मित्रा को थमाया कारण बताओ नोटिस
Mann Ki Baat: मन की बात में PM मोदी ने इमरजेंसी को बताया लोकतंत्र की हत्या
दोपहिया वाहन खरीदारों को देना होगा दो हेलमेट, दुर्घटनाएं रोकने के लिए उठाया गया कदम
यदि एकजुट रहना है तो देश को एक संविधान से चलना होगा : सीजेआई
RAW New Chief: रॉ के नये चीफ बने आईपीएस पराग जैन
Kolkata Law Student Gang Rape: कोलकाता गैंग रेप मामले की जांच करेगी चार सदस्यीय कमेटीः जेपी नड्डा
भारतीय युद्धपोत 'टेग' पोर्ट विक्टोरिया पहुंचा, सेशेल्स राष्ट्रीय दिवस पर परेड में लेगा भाग
विशेष : बिहार चुनाव में इस बार लगेगा जातिवाद का तड़का! पुरानी पार्टी, नए नेता के साथ राज्य में एंट्री