आर्थिक तंगी ने बनाया चोर: गांधी कॉलोनी चोरी कांड का पुलिस ने किया खुलासा, दो आरोपी गिरफ्तार

खबर सार :-
मुजफ्फरनगर की गांधी कॉलोनी में हुई चोरी का पुलिस ने खुलासा करते हुए दो आरोपियों को गिरफ्तार किया। सोने के आभूषण, आईफोन और अन्य सामान बरामद।

आर्थिक तंगी ने बनाया चोर: गांधी कॉलोनी चोरी कांड का पुलिस ने किया खुलासा, दो आरोपी गिरफ्तार
खबर विस्तार : -

मुजफ्फरनगर: जनपद में चोरी की एक सनसनीखेज वारदात का पुलिस ने सफल अनावरण करते हुए दो शातिर आरोपियों को गिरफ्तार किया है। यह कार्यवाही अपर पुलिस महानिदेशक मेरठ जोन तथा पुलिस उपमहानिरीक्षक सहारनपुर परिक्षेत्र के निर्देशन में वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक मुजफ्फरनगर संजय कुमार वर्मा के पर्यवेक्षण में की गई। पूरे अभियान का नेतृत्व पुलिस अधीक्षक नगर सत्यनारायण प्रजापत, क्षेत्राधिकारी नई मंडी राजू कुमार साव एवं थाना नई मंडी प्रभारी निरीक्षक बृजेश कुमार शर्मा द्वारा किया गया।

पुलिस के अनुसार 12 दिसंबर 2025 को गांधी कॉलोनी निवासी विकास ढींगरा ने थाना नई मंडी में लिखित शिकायत देकर बताया था कि उनके घर से अज्ञात व्यक्ति द्वारा सोने के जेवरात और नगदी चोरी कर ली गई है। तहरीर के आधार पर थाना नई मंडी में मुकदमा संख्या 621/2025 धारा 305(ए) बीएनएस के अंतर्गत मामला दर्ज किया गया। घटना की गंभीरता को देखते हुए पुलिस ने तत्काल विशेष टीम का गठन कर जांच शुरू की। लगातार सुराग जुटाने और मुखबिर तंत्र को सक्रिय करने के बाद 22 दिसंबर 2025 को पुलिस टीम ने पचेंडा रोड स्थित भगवती प्रॉपर्टी कमीशन एजेंट के कार्यालय के पास से दो अभियुक्तों को गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तार किए गए आरोपियों की पहचान दानिश हसन (21 वर्ष) निवासी ग्राम सलारपुर, थाना जानसठ और मान्या मुखेजा (20 वर्ष) निवासी गांधी कॉलोनी, थाना नई मंडी के रूप में हुई है।

पुलिस ने आरोपियों के कब्जे से चोरी किए गए सोने के आभूषण बरामद किए, जिनमें छह अंगूठियां, तीन सोने की चेन (एक लॉकेट सहित), दो कड़े और दो जोड़ी कान के टॉप्स शामिल हैं। इसके अलावा एक आधार कार्ड, एक पैन कार्ड, आईफोन-17, एक वायरलेस रिमोट, वादी के गेट की रिमोट चाबी तथा लगभग 22 हजार रुपये की एक घड़ी भी बरामद की गई है, जिसे चोरी के पैसों से खरीदा गया था। पूछताछ में अभियुक्त दानिश हसन ने अपराध स्वीकार करते हुए बताया कि उसने यह चोरी अपनी साथी मान्या मुखेजा के साथ मिलकर की थी। दानिश ने बताया कि वह पहले मर्चेंट नेवी में कार्यरत था, लेकिन दो माह पूर्व नौकरी छूटने के कारण उसकी आर्थिक स्थिति खराब हो गई थी। वहीं मान्या मुखेजा देहरादून के एक कॉलेज में बीसीए की छात्रा थी और परीक्षा में बैक आने के कारण उसे भी पैसों की आवश्यकता थी। आर्थिक तंगी से जूझ रहे दोनों ने दीपावली के आसपास चोरी की योजना बनाई। 

पुलिस के अनुसार मान्या मुखेजा ने अपने मामा विकास ढींगरा के घर आकर पहले ही जेवरात की रेकी कर ली थी और घर के गेट का रिमोट दानिश को दे दिया था। 8 दिसंबर को एक असफल प्रयास के बाद 11 दिसंबर को मौका पाकर दानिश ने घर में घुसकर वारदात को अंजाम दिया। चोरी के दौरान वह लगातार मान्या से फोन पर संपर्क में रहा, जो उसे घर के अंदर रखे जेवरात के स्थान बताती रही। घर के एक सदस्य के अचानक सामने आ जाने पर अभियुक्त ने मिर्ची स्प्रे का प्रयोग कर मौके से फरार होने में सफलता पाई।

पुलिस ने बताया कि चोरी किए गए सोने में से कुछ हिस्सा लगभग 3 लाख 34 हजार रुपये में बेच दिया गया था, जिससे मोबाइल फोन और घड़ी खरीदी गई तथा मान्या द्वारा लिया गया कर्ज चुकाया गया। शेष धनराशि अन्य खर्चों में उपयोग कर ली गई। फिलहाल दोनों आरोपियों को न्यायिक हिरासत में भेजने की प्रक्रिया चल रही है और मामले में आगे की विधिक कार्यवाही जारी है। पुलिस अधिकारियों ने कहा है कि जनपद में अपराध और अपराधियों के खिलाफ सख्त अभियान लगातार जारी रहेगा।

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