यमुना स्नान से मिली यम की फांस से मुक्ति, बहनों ने की भाइयों की लंबी उम्र की कामना

खबर सार :-
भैया दूज के पावन पर्व पर बहनों ने अपने भाई के साथ बृजधाम के ऐतिहासिक विश्राम घाट पर यमुना स्नान किया और बहनों ने यम से अपने भाई की लंबी उम्र और उत्तम स्वास्थ्य की कामना की। इस दौरान प्रशासन ने श्रद्धालुओं के लिए विशेष व्यवस्था की थी।

यमुना स्नान से मिली यम की फांस से मुक्ति, बहनों ने की भाइयों की लंबी उम्र की कामना
खबर विस्तार : -

मथुराः भाई दूज और यम द्वितीया पर यमुना स्नान किया गया। बहनों ने अपने भाइयों के साथ स्नान कर उनकी लंबी आयु और यम के फांस से मुक्ति की कामना की। गुरुवार को यमुना घाटों पर भाई-बहनों की भारी भीड़ उमड़ी। आज सवा लाख श्रद्धालु आ चुके हैं और शाम तक यह संख्या और बढ़ने की उम्मीद है। बहनों ने अपने भाइयों के साथ स्नान किया और उनकी लंबी आयु की कामना की। भारत में भाई-बहनों को समर्पित एकमात्र मंदिर मथुरा के विश्राम घाट पर स्थित है। स्नान के बाद भाई-बहन इस मंदिर में पूजा-अर्चना करते हैं।

यमराज से करते हैं प्रार्थना

गुरुवार को यम द्वितीया पर बृजधाम के ऐतिहासिक विश्राम घाट पर यमुना स्नान के लिए आस्था का सैलाब उमड़ पड़ा। देश भर से हजारों श्रद्धालु मथुरा आए और सुबह ब्रह्म मुहूर्त में ही यमुना स्नान शुरू हो गया। यम के फांस से मुक्ति की कामना के साथ गुजरात, महाराष्ट्र, बिहार और मध्य प्रदेश समेत विभिन्न क्षेत्रों से आए भाई-बहनों ने एक साथ यमुना में स्नान किया। इसके बाद, भाई-बहनों ने यमराज मंदिर में पूजा-अर्चना की। भाई-बहन के अटूट प्रेम का पर्व भैया दूज देशभर में मनाया जाता है, लेकिन मथुरा का धार्मिक महत्व अद्वितीय है। इस दिन भाई-बहन यमुना नदी में डुबकी लगाकर यम के फांस से मुक्ति की प्रार्थना करते हैं।

श्रद्धालुओं की सुविधा पर विशेष ध्यान

मथुरा में यमुना नदी के तट पर पवित्र विश्राम घाट पर यमुना धर्मराज का एक प्राचीन मंदिर स्थित है। स्नान के बाद, भाई-बहन मंदिर जाते हैं। वे धर्मराज यमुना को वस्त्र, श्रृंगार सामग्री और एक काला कपड़ा अर्पित करते हैं। यम द्वितीया के लिए यमुना घाटों पर पर्याप्त व्यवस्था की गई है। विश्राम घाट और आसपास के सभी घाटों पर बैरिकेड्स लगाए गए हैं। श्रद्धालुओं के यमुना में 25 फीट नीचे तक स्नान करने की सुविधा सुनिश्चित करने के लिए बैरिकेड्स लगाए गए हैं। पीएसी के गोताखोर तैनात किए गए हैं और सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं।

वहीं माथुर चतुर्वेदी परिषद के महामंत्री राकेश तिवारी एडवोकेट कहते हैं कि प्रशासन को सूचित करने के बावजूद, यम द्वितीया स्नान के लिए विश्राम घाट पर अभी तक समुचित सफाई नहीं की गई है। हज़ारों भाई-बहन स्नान करने पहुँचे, लेकिन बैरिकेडिंग भी नहीं लगाई गई। उनका कहना है कि पहले प्रशासन यम द्वितीया स्नान की तैयारियाँ पहले से ही कर लेता था। इस बार नगर निगम ने कोई तैयारी नहीं की है।

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