Major terrorist disclosure in Faridabad : धौज के किराये के मकान से 350 किलो विस्फोटक, टाइमर और हथियार बरामद, पूरी कहानी

खबर सार :-
Major terrorist disclosure in Faridabad : फरीदाबाद के धौज गांव में 360 किलो अमोनियम नाइट्रेट, टाइमर, रिमोट और हथियार बरामद हुए। जम्मू-कश्मीर पुलिस, IB व हरियाणा पुलिस की संयुक्त कार्यवाही ने उत्तर भारत में बड़े आतंकी हमले की साजिश नाकाम की। गिरफ्तार आरोपियों के बयानों से नेटवर्क, फंडिंग व सीमा-पार कनेक्शन की जांच अभी तेज है।

Major terrorist disclosure in Faridabad : धौज के किराये के मकान से 350 किलो विस्फोटक, टाइमर और हथियार बरामद, पूरी कहानी
खबर विस्तार : -

Major terrorist disclosure in Faridabad: हरियाणा के फरीदाबाद के धौज गांव में एक साधारण दिखने वाले किराये के मकान से भारी मात्रा में खतरनाक विस्फोटक और हथियार मिलने की खबर ने सुरक्षा एजेंसियों के होश उड़ा दिए हैं। जम्मू-कश्मीर पुलिस, इंटेलिजेंस ब्यूरो (IB) और हरियाणा पुलिस की संयुक्त कार्रवाई में पकड़ी गई सामग्री और गिरफ्तार आरोपियों के बयानों ने एक संगठित आतंकी मॉड्यूल की आशंका की पुष्टि कर दी है। अधिकारियों का कहना है कि समय रहते बरामदगी से उत्तर भारत में किसी बड़े और घातक हमले की आशंका टलाने में सफलता मिली है। 

Major terrorist disclosure in Faridabad: कब और कैसे शुरू हुआ मामला

जम्मू-कश्मीर पुलिस ने सबसे पहले डॉ. आदिल अहमद राठर को गिरफ्तार किया था। कड़ी पूछताछ के दौरान आदिल की जानकारी ने जांच को नई दिशा दी। डॉ आदिल से मिली जानकारी से एजेंसियों की जांच उसके नेटवर्क से जुड़े अन्य सदस्यों तक पहुंच बनाई। 30 अक्टूबर को एक अन्य संदिग्ध, डॉ. शकील, को भी हिरासत में ले लिया गया। लम्बी पूछताछ के बाद शकील ने खुलासा किया कि उसने फरीदाबाद के धौज में विस्फोटक सामग्री छिपाकर रखी थी। उसके बयान के आधार पर टीम ने रविवार सुबह फरीदाबाद जाकर मकान की पहचान कर पूरी कार्रवाई अंजाम दिया। बाद में इस सिलसिले में डॉ. मुजम्मिल नामक एक और आरोपी को हिरासत में लिया गया। वह स्थानीय अल फलाह यूनिवर्सिटी में पढ़ाता था और जांच में उसकी भूमिका अहम बताई जा रही है।

Major terrorist disclosure in Faridabad: संकेत किसी बड़े हमले के खतरे के

छापेमारी में लगभग 350 किलो संदिग्ध अमोनियम नाइट्रेट मिला है, एक अत्यधिक ज्वलनशील पदार्थ जो IED निर्माण में इस्तेमाल किया जाता है।  पुलिस ने स्पष्ट किया है कि यह RDX नहीं है, परन्तु इसकी परिमाण और प्रकृति को देखते हुए बड़े पैमाने पर विस्फोट की क्षमता होने की आशंका से इनकार नहीं किया जा सकता है। इसके अलावा लगभग 5 किलो भारी धातु मिले हैं जिनका उपयोग विस्फोट की मारक क्षमता बढ़ाने के लिए किया जाता है। इसी साथ पुलिस ने 20 टाइमर, बैटरियां, 24 रिमोट कंट्रोल, इलेक्ट्रिक वायरिंग और कई इलेक्ट्रॉनिक सर्किट बरामद किए। सूटकेसों में इन सामग्रियों को छिपाकर रखा गया था। कुल मिलाकर बारह सूटकेस मिलने के जानकारी मिल है। संचार के साधन जैसे कई वॉकी-टॉकी सेट और अन्य उपकरण भी टीम ने बरामद किए हैं। 

Major terrorist disclosure in Faridabad: लोकल मॉड्यूल या सीमा-पार कनेक्शन?

भारी मात्रा में हथियार भी बरामद हुए जिनमें एक असॉल्ट राइफल, तीन मैगज़ीन और 84 जिंदा कारतूस शामिल हैं। इसके अलावा एक पिस्टल, आठ जिंदा राउंड और दो खाली कारतूस की बरामदगी भी की गइ है। पुलिस ने बताया कि ये हथियार और गोला-बारूद भी मॉड्यूल के हमलावर मकसद को सिद्ध करते हैं। प्रारंभिक जांच से पता चलता है कि आरोपी एक व्यवस्थित मॉड्यूल का हिस्सा था। एजेंसियाँ अब इसके वित्तीय स्रोत, स्थानीय मददगार, आपूर्ति श्रृंखला और संभावित सीमा पार संपर्क की जांच कर रही हैं। बरामद की गईं सभी वस्तुओं को फॉरेंसिक जांच के लिए भेजा गया है जिससे किसी भी डिजिटल और भौतिक सुराग का विश्लेषण किया जाएगा। वरिष्ठ अधिकारियों ने संकेत दिए हैं कि जल्द ही राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) भी केस में शामिल होने की उम्मीद की जा रही है।

Major terrorist disclosure in Faridabad: पुलिस की टिप्पणी और स्थिति

फरीदाबाद पुलिस कमिश्नर सत्येंद्र गुप्ता ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि जम्मू-कश्मीर पुलिस, हरियाणा पुलिस और इंटेलिजेंस एजेंसियों का संयुक्त अभियान लगातार चल रहा है और यह ऑपरेशन अभी भी चल रहा है। उन्होंने कहा कि मुख्य आरोपी के नाम डॉ. मुजम्मिल की पुष्टि की गई है और उसकी गिरफ्तारी 10 दिन पहले हुई थी। कमिश्नर ने यह भी कहा कि हथियारों और विस्फोटकों के स्रोत और वे कैसे यहां पहुंचे, इसकी पड़ताल की जा रही है, और राष्ट्रीय सुरक्षा को देखते हुए फिलहाल विस्तृत जानकारी साझा करना सीमित है। बड़े पैमाने के विस्फोटक, धातु के टुकड़े (फ्रैगमेंटेशन के लिए), टाइमर और रिमोट, यह संकेत दे रहे हैं कि योजनाकारों का लक्ष्य जनसंख्या केंद्रों या संवेदनशील बुनियादी ढाँचे पर वन टाइम, उच्च प्रभाव वाला हमले का रहा हो। संचार उपकरण और सूटकेस में छिपाए गए सामान से पता चलता है कि यह किसी बड़े नेटवर्क का हिस्सा हो सकता है। यह कहना मुश्किल है कि यह  केवल गलती से इकट्ठा किया गया सामान है। जांच अभी गहन है और फॉरेंसिक रिपोर्ट से आगे की कड़ियाँ सामने आएंगी। 

Major terrorist disclosure in Faridabad: नागरिकों से सयंम बरतते हुए सतर्क रहने की अपील

स्थानीय प्रशासन ने नागरिकों से संयम और सतर्क रहने का अनुरोध किया है। यदि कोई संदिग्ध गतिविधि दिखाई दे तो तुरंत स्थानीय पुलिस या नजदीकी कमाण्ड को सूचित करें। भीड़भाड़ वाली जगहों से अनावश्यक दूरी बनाए रखना और आधिकारिक सूचनाओं का ही पालन करना सलाह दी जा रही है। फिलहाल धौज गांव की कार्रवाई ने एक बड़े संभावित खतरे को रोका है। गिरफ्तारियों, बरामद सामग्री और पूछताछ से जो सुराग मिले हैं, वे इस मामले को एक संगठित और खतरनाक मॉड्यूल की तरफ इशारा करते हैं। जांच अभी जारी है। राष्ट्रीय जांच एजेंसी के शामिल होने की संभावनाओं और फॉरेंसिक परिणामों पर देश की निगाहें टिकी हैं।
 

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