कोटा डीएम ऑफिस, कोचिंग संस्थान और राजस्थान हाई कोर्ट को बम से उड़ाने की धमकी, मचा हड़कंप

खबर सार :-
सोमवार सुबह राजस्थान के कोटा जिले में प्रशासनिक मशीनरी में हड़कंप मच गया, जब कोटा कलेक्ट्रेट को उसे उड़ाने की धमकी वाला एक ईमेल मिला। सूचना मिलते ही पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी तुरंत हरकत में आए, कलेक्ट्रेट परिसर को खाली कराया और सुरक्षा घेरा मजबूत किया।

कोटा डीएम ऑफिस, कोचिंग संस्थान और राजस्थान हाई कोर्ट को बम से उड़ाने की धमकी, मचा हड़कंप
खबर विस्तार : -

जयपुर: सोमवार को राजस्थान में बम की धमकी से अफरा-तफरी मच गई। कोटा में कोटा कलेक्टर के ऑफिस, एक प्रमुख कोचिंग संस्थान और जयपुर में राजस्थान हाई कोर्ट को ईमेल के जरिए धमकियां मिलीं, जिसके बाद पुलिस और सुरक्षा एजेंसियों ने तुरंत कार्रवाई की। सभी जगहों पर सुरक्षा घेरा बनाया गया और बड़े पैमाने पर तलाशी अभियान चलाया गया।

अधिकारियों के अनुसार, धमकी भरा ईमेल कोटा कलेक्टर के आधिकारिक ईमेल पते पर भेजा गया था। इसमें कहा गया था, "कोटा कलेक्टर का ऑफिस और जवाहर नगर में शिखर कोचिंग सेंटर को RDX बम से उड़ा दिया जाएगा।"

सभी जगहों को कराया गया खाली

सुबह करीब 7:20 बजे ईमेल मिलने के बाद प्रशासन ने तेजी से कार्रवाई की। कलेक्टर का ऑफिस और कोचिंग सेंटर तुरंत खाली करा लिए गए। मौके पर पुलिस, बम डिटेक्शन और डिस्पोजल दस्ते, डॉग स्क्वॉड और सेना के जवानों को तैनात किया गया। हर कोने की गहनता से जांच की जा रही है। कोटा कलेक्टर पीयूष सामरिया ने पुष्टि की कि आरोपी, जिसने धमकी भरे ईमेल में खुद को केरल का निवासी बताया था, ने जिम्मेदारी भी ली है।

इसी तरह, जयपुर में राजस्थान हाई कोर्ट को भी ईमेल के जरिए धमकी भेजी गई। कोर्ट परिसर में तुरंत सुरक्षा बढ़ा दी गई और तलाशी अभियान शुरू किया गया। अब तक किसी भी जगह से कोई विस्फोटक या संदिग्ध वस्तु नहीं मिली है। अधिकारियों का कहना है कि यह दहशत फैलाने के मकसद से एक सुनियोजित फर्जी धमकी हो सकती है।

पहले भी मिल चुकी हैं धमकियां

राजस्थान में धमकियों का सिलसिला लगातार बढ़ रहा है। 3 दिसंबर को जयपुर कलेक्ट्रेट को धमकी मिली थी। 4 दिसंबर को अजमेर कलेक्ट्रेट और गरीब नवाज दरगाह को ईमेल के जरिए धमकियां मिलीं। 5 दिसंबर को जयपुर में राजस्थान हाई कोर्ट को बम की धमकी मिली।

धमकी देने वाले की पहचान बनी चुनौती

इसके बावजूद, किसी भी जगह से कोई विस्फोटक नहीं मिला है, जिससे साफ पता चलता है कि ये धमकियां डर फैलाने के इरादे से भेजी जा रही हैं। गृह विभाग के अधिकारियों के अनुसार, सभी धमकी भरे ईमेल विदेशी VPN सर्वर के जरिए भेजे गए थे। कई सर्वर ऐसे देशों के हैं जिनके साथ भारत की जांच संधि नहीं है। ऐसी स्थिति में ईमेल भेजने वाले की पहचान करना एक चुनौती बन गया है।

सरकार ने की अपील

जांच में केंद्रीय एजेंसियों को शामिल किया गया है और एक साइबर टीम डिजिटल फुटप्रिंट की जांच कर रही है। सरकार ने सभी सरकारी इमारतों पर सुरक्षा बढ़ा दी है। लोगों से सतर्क रहने की अपील की गई है, लेकिन अफवाहों या डर को फैलने न देने को कहा गया है।

यह ध्यान देने वाली बात है कि पिछले कुछ दिनों से राज्य में लगातार इसी तरह की धमकियां मिल रही हैं। 5 दिसंबर को जयपुर में राजस्थान हाई कोर्ट और 4 दिसंबर को अजमेर दरगाह और कलेक्ट्रेट को भी बम हमले की धमकी मिली थी। अब तक इनमें से किसी भी मामले में कोई विस्फोटक नहीं मिला है, लेकिन लगातार मिल रही धमकियों से सुरक्षा एजेंसियों की चिंता बढ़ गई है।

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