चाकू से गोदा...लाल मिर्च झोंकी...पूर्व DGP मर्डर केस में चौंकाने वाला खुलासा, पत्नी गिरफ्तार

खबर सार : -
DGP Om Prakash Murder: कर्नाटक के पूर्व पुलिस महानिदेशक (DGP) ओम प्रकाश की हत्या मामले में चौंकाने वाला खुलासा हुआ है। इस मामले में आरोपी पत्नी पल्लवी को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेजा गया है।

खबर विस्तार : -

DGP Om Prakash Murder: कर्नाटक के पूर्व पुलिस महानिदेशक (DGP) ओम प्रकाश की हत्या मामले में चौंकाने वाला खुलासा हुआ है। इस मामले में आरोपी पत्नी पल्लवी को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेजा गया है। ओम प्रकाश की पत्नी पल्लवी को सोमवार देर शाम उनके शव का अंतिम संस्कार किए जाने के बाद गिरफ्तार कर लिया गया। वहीं, उनकी बेटी को मानसिक स्वास्थ्य जांच के लिए निमहंस अस्पताल में भर्ती कराया गया। पत्नी और बेटी पर पूर्व डीजीपी की हत्या का आरोप है। 

DGP Om Prakash Murder:  पत्नी बोली- सेल्फ डिफेंस में की हत्या

पुलिस ने गिरफ्तार कर सोमवार शाम को पल्लवी को घटनास्थल पर ले गई और उससे पूछताछ की। इस दौरान पल्लवी ने दावा किया कि वह और उनकी बेटी घरेलू हिंसा की शिकार थीं। पति ओम प्रकाश उन्हें रोज टॉर्चर करते थे। गन दिखाकर जान से मारने की बात कहते थे वारदात वाले दिन भी ऐसा ही हुआ जिसके बाद सेल्फ डिफेंस में पति ओमप्रकाश की हत्या कर दी।

पूर्व DGP मर्डर केस में चौंकाने वाला खुलासा

सूत्रों की माने तो पूर्व डीजीपी (Om Prakash) डाइनिंग टेबल पर मछली खा रहे थे, उसी समय उनकी पत्नी पल्लवी किसी बात को लेकर उनसे झगड़ने लगीं। तीखी बहस के बाद पल्लवी ने पूर्व डीजीपी के चेहरे पर पहले मिर्च पाउडर फेंका। जब जलन से राहत पाने के लिए संघर्ष कर रहे थे, इस दौरान पल्लवी ने उन पर चाकू से कई वार किए, जिससे उनकी मौके पर ही मौत हो गई। इसके बाद आरोपी पल्लवी ने अपने दोस्त को वीडियो कॉल किया और कथित तौर पर कहा कि मैंने राक्षस को मार दिया है। 

हालांकि, बेटे ने आरोप लगाया कि मां और बहन उनके पिता को प्रताड़ित करती थीं। बताया जा रहा है कि ओम प्रकाश ने कुछ समय पहले ही अपनी जान को खतरा बताया था। पुलिस को पहले से ही शक था कि इस वारदात को किसी करीब ने अंजाम दिया है। 

1981 बैच के IPS अफसर थे पूर्व DGP ओम प्रकाश

गौरतलब है कि पूर्व DGP ओम प्रकाश 1981 बैच के IPS अधिकारी थे और वह बिहार के चंपारण जिले के रहने वाले थे। उन्होंने भूविज्ञान में स्नातकोत्तर किया था। ओम प्रकाश ने अपने कार्यकाल के दौरान कई बड़े पदों पर काम किया। वह अपने कार्यकाल के दौरान कर्नाटक होमगार्ड और फायर ब्रिगेड के महानिदेशक और 2015 से 2017 तक राज्य के महानिदेशक  के रूप में कार्य किया। 28 फरवरी, 2015 को कर्नाटक के डीजीपी का पद भार संभाला और 2017 में रिटायर  हुए। रविवार को उनकी बेंगलुरु के एचएसआर लेआउट स्थित उनके आवास में हत्या कर दी गई थी। 

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