रांचीः जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में आतंकवादी हमले के दौरान आईबी (इंटेलीजेंस ब्यूरो) अधिकारी मनीष रंजन भी मारे गये थे। शुक्रवार को पश्चिम बंगाल झालदा स्थित उनके आवास पर कृषि, पशुपालन एवं सहकारिता मंत्री, झारखंड शिल्पी नेहा तिर्की पहुंची और परिजनों से मुलाकात की।
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के निर्देश पर मंत्री शिल्पी नेहा तिर्की के नेतृत्व में झारखंड मुक्ति मोर्चा विधायक विकास सिंह मुंडा और विधायक मंगल कालिंदी ने भी शोक संतप्त परिवार से घटना की जानकारी ली। इस दौरान मनीष रंजन की मां रोती-बिलखते दिखीं। पिता मंगलेश कुमार मिश्रा ने बातचीत के क्रम में बताया कि बचपन से ही मनीष रंजन मेधावी छात्र रहे। सिर्फ शिक्षा ही नहीं, क्रिकेट में उनकी प्रतिभा और संगीत की कला ने उन्हें अपने प्रियजनों के बीच लोकप्रिय बनाए रखा। आज जब उनका बेटा नहीं रहा, तो ऐसा लगता है जैसे सब कुछ खत्म हो गया है। मनीष रंजन के परिजनों से मिलने के बाद मंत्री शिल्पी नेहा तिर्की ने मीडिया प्रतिनिधियों से कहा कि इस घटना से हम सभी आहत हैं। परिजनों ने कुछ समस्याओं को रखा है, जो जायज है। जैसे दूसरे राज्य में शिक्षा ग्रहण कर रहे बच्चों के टीसी की बात हो या केंद्र सरकार के द्वारा नौकरी के प्रावधान की बात हो, इन समस्याओं को मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के समक्ष रखने का काम किया जाएगा। राज्य सरकार पीड़ित परिवार को हरसंभव मदद के लिए तैयार है।
एयरपोर्ट पर सरकार की नहीं दिखी थी उपस्थिति
पहलगाम में हुए आतंकी हमले में मारे गये पर्यटक और आईबी अफसर मनीष रंजन का पार्थिव शरीर 24 अप्रैल को सुबह 8.40 पर रांची एयरपोर्ट पहुंचा था। इस अवसर पर झारखंड के प्रथम मुख्यमंत्री,भारतीय जनता पार्टी झारखंड प्रदेश अध्यक्ष सह नेता प्रतिपक्ष बाबूलाल मरांडी और पार्टी के अन्य नेता भी उनके पार्थिव शरीर पर पुष्पांजलि करने पहुंचे थे। पर इस दौरान झारखंड सरकार की तरफ से ना तो कोई मंत्री, विधायक, अधिकारी दिखा था। इसे लेकर प्रदेश प्रवक्ता प्रतुल शाहदेव ने राज्य सरकार पर हमला बोलते मनीष रंजन को उचित सम्मान नहीं देने का आरोप लगाया था।
अन्य प्रमुख खबरें
YouTuber Jyoti Malhotra: कौन कर रहा था जासूस ज्योति को फंडिंग? रडार पर 7 ट्रैवल कंपनियां
बंद हुआ अंडमान सागर के ऊपर हवाई क्षेत्र
अयोध्या में निकाली गई भव्य तिरंगा यात्रा, लगाए भारत माता की जय के नारे
Waqf Amendment Act : सुप्रीम कोर्ट ने वक्फ संशोधन अधिनियम पर फैसला सुरक्षित रखा
Effect of Pahalgam Attack: ‘जन्नत’ में पसरा सन्नाटा, पहलगाम हमले के 30 दिन बाद भी नहीं बदले हालात
Delhi-NCR में तेज आंधी-बारिश से भारी नुकसान, कहीं पेड़ गिरे तो कहीं होर्डिंग, 3 की मौत
Operation Kagar : 1 करोड़ का इनामी माओवादी बसवराजू मारा गया, 50 घंटे तक चला ऑपरेशन
Covid JN.1 : एशिया में बढ़ी चिंता, भारत अलर्ट मोड पर, जानिए कितना खतरनाक है Corona का नया रूप
Indigo Emergency Landing: तूफान में फंसा विमान...मची चीख पुकार, श्रीनगर में हुई इमरजेंसी लैंडिंग