Delhi Pollution: दिल्ली-NCR की दमघोंटू हवा में सांस लेना हुआ दुश्वार, 400 से कम नहीं हो रहा AQI

खबर सार :-
Delhi Pollution: दिल्ली-एनसीआर में प्रदूषण खतरनाक स्तर पर पहुंच गया है। AQI 600 को पार कर जाने के कारण GRAP-4 लागू कर दिया गया है। वहीं मौसम विभाग की माने तो अगले कुछ दिनों तक मौसम में कोई बड़ा बदलाव नहीं होने वाला है।

Delhi Pollution: दिल्ली-NCR की दमघोंटू हवा में सांस लेना हुआ दुश्वार, 400 से कम नहीं हो रहा AQI
खबर विस्तार : -

Delhi Pollution: राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली और एनसीआर में वायु प्रदूषण खतरनाक स्तर पर बना हुआ है। प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड और मौसम विभाग के आंकड़ों के अनुसार, दिल्ली-NCR के अधिकांश शहरों में वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 400 से ऊपर पहुंच गया है, जो 'गंभीर' श्रेणी में आता है। यह वायु गुणवत्ता न केवल अस्थमा, हृदय और फेफड़ों की बीमारियों से पीड़ित लोगों के लिए बेहद हानिकारक है, बल्कि स्वस्थ व्यक्तियों के स्वास्थ्य पर भी गंभीर प्रभाव डालती है। जानलेवा प्रदूषण के स्तर को देखते हुए पूरे दिल्ली NCR में ग्रैप-4 (grap 4) लागू कर दिया गया है।

Delhi Pollution: दमघोंटू हवा में सांस लेना हुआ मुश्किल

दिल्ली के आनंद विहार, बवाना, चांदनी चौक और अलीपुर जैसे इलाकों में प्रदूषण का स्तर 350 से 426 के बीच बना हुआ है, जिससे सांस लेना मुश्किल हो रहा है। इसके विपरीत, उम्मीद थी कि मौसम में बदलाव से प्रदूषण से कुछ राहत मिलेगी, लेकिन भारतीय मौसम विभाग की ताज़ा रिपोर्ट के अनुसार, अगले कुछ दिनों तक मौसम में कोई बड़ा बदलाव नहीं होगा। हवा की गति बढ़ने के कोई संकेत नहीं हैं, न ही बारिश की कोई संभावना है। आने वाले सप्ताह में अधिकतम तापमान 26 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 11 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहने की संभावना है, और ज़्यादातर दिन कोहरा छाया रहेगा। 

AQI 400 से नीचे नहीं जा रहा

गाज़ियाबाद और ग्रेटर नोएडा में हालात लगातार बिगड़ते जा रहे हैं। ग्रेटर नोएडा में वायु गुणवत्ता सूचकांक 430 के रिकॉर्ड उच्च स्तर पर पहुच गया, जिससे यह एनसीआर के सबसे प्रदूषित शहरों में से एक बन गया। इस बीच, गाजियाबाद के कई निगरानी केंद्रों ने 404 से 438 के बीच AQI दर्ज किया, जिसे इस मौसम का सबसे खराब माना जा रहा है। नोएडा और दिल्ली की स्थिति भी कुछ बेहतर नहीं है। नोएडा के सेक्टर 125, सेक्टर 1 और सेक्टर 116 जैसे इलाकों में AQI 324 से 402 के बीच दर्ज किया गया। जबकि दिल्ली में ही कई इलाकों में हवा की गुणवत्ता का स्तर 600 के आसपास या ज्यादा दर्ज किया गया है।

क्या कहना है विशेषज्ञों का

विशेषज्ञों का कहना है कि ठंडी और स्थिर हवाएं प्रदूषित कणों को वायुमंडल में कम रखती हैं और कोहरा उन्हें सघन बनाता है, जिससे AQI और बढ़ सकता है। स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने लोगों को अनावश्यक बाहरी गतिविधियों से बचने, मास्क पहनने, बच्चों और बुजुर्गों का विशेष ध्यान रखने और सुबह-शाम खुली हवा में टहलने से बचने की सलाह दी है। सरकारी एजेंसियों और स्थानीय प्रशासन पर भी प्रदूषण पर लगाम लगाने के लिए और कड़े कदम उठाने का दबाव बढ़ रहा है।

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