Dubai Airshow Tejas Fighter Jet Crash: विंग कमांडर नमांश स्याल की शहादत ने उठाए सुरक्षा और तकनीकी सवाल

खबर सार :-
Dubai Airshow Tejas Fighter Jet Crash: दुबई एयरशो में एरोबैटिक प्रदर्शन के दौरान तेजस मार्क-1 दुर्घटनाग्रस्त हो गया, जिसमें विंग कमांडर नमांश स्याल की मौत हो गई। नेगेटिव जी टर्न से उबरने में विफल रहा विमान सीधा जमीन से टकराया। यह तेजस का दूसरा बड़ा हादसा है, जिससे सुरक्षा और तकनीकी मानकों पर सवाल उठे हैं।

Dubai Airshow Tejas Fighter Jet Crash: विंग कमांडर नमांश स्याल की शहादत ने उठाए सुरक्षा और तकनीकी सवाल
खबर विस्तार : -

Dubai Airshow Tejas Fighter Jet Crash : दुबई एयरशो के दौरान बीते शुक्रवार को हुआ तेजस लड़ाकू विमान हादसा भारतीय वायुसेना और देश की रक्षा तकनीक दोनों के लिए गहरा झटका और पीड़ा छोड़ गया। एरोबैटिक प्रदर्शन के बीच तेजस मार्क-1 अचानक नियंत्रण खो बैठा और कुछ ही क्षणों में अल मकतूम अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे पर जमीन से टकराकर आग का गोला बन गया। हादसे में अनुभवी पायलट विंग कमांडर नमांश स्याल को अपनी जान से हाथ धोना पड़ा। 

Dubai Airshow Tejas Fighter Jet Crash : विमान एक नेगेटिव जी टर्न के बाद स्थिर नहीं हो पाया

दुर्घटना का समय दोपहर करीब 2 बजकर 10 मिनट (स्थानीय समय) बताया गया है। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, विमान एक नेगेटिव जी टर्न के बाद स्थिर नहीं हो पाया और तेजी से नीचे गिरता चला गया। हादसा कितना भीषण था इसका अंदाजा इसी से लग जाता है कि विमान का मलबा दूर-दूर तक बिखर गया और आग की लपटें कुछ मिनटों तक उठती रहीं।

Dubai Airshow Tejas Fighter Jet Crash : हादसे से ठीक पहले विंग कमांडर स्याल का वीडियो वायरल

हादसे से पहले का एक वीडियो, जो अब सोशल मीडिया पर व्यापक रूप से साझा किया जा रहा है, विंग कमांडर स्याल को मुस्कुराते हुए रक्षा अधिकारियों से बात करते हुए दिखाता है। हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा निवासी स्याल अपनी सहजता और प्रोफेशनलिज़्म के लिए जाने जाते थे। sortie से ठीक पहले उनका शांत और आत्मविश्वासी व्यवहार इस दुर्घटना को और भी भावुक बना देता है।

Dubai Airshow Tejas Fighter Jet Crash : तेजस लड़ाकू विमान का यह दूसरा बड़ा हादसा

हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड द्वारा विकसित और GE-F404 टर्बाेफैन इंजन से संचालित यह हल्का मल्टी-रोल फाइटर पिछले एक दशक में भारतीय वायुसेना की तकनीकी क्षमता का प्रतीक माना गया है। इससे पहले मार्च 2023 में जैसलमेर के पास एक तेजस दुर्घटनाग्रस्त हुआ था, हालांकि उस समय पायलट सुरक्षित बाहर निकल आए थे। विंग कमांडर स्याल की शहादत ने तेजस के उड़ान नियंत्रण, सुरक्षा प्रोटोकॉल और अंतरराष्ट्रीय शो में उच्च-जोखिम प्रदर्शन के मानकों को लेकर कई सवाल खड़े कर दिए हैं। दुर्घटना की जांच जारी है, और प्रारंभिक संकेत इस बात की ओर इशारा करते हैं कि विमान का स्थिरीकरण नेगेटिव जी टर्न के बाद असामान्य रूप से प्रभावित हुआ। 

भारतीय रक्षा विशेषज्ञ मानते हैं कि यह हादसा तेजस परियोजना की मूल क्षमताओं को कम नहीं करता, परंतु अंतरराष्ट्रीय मंच पर ऐसे प्रदर्शनों में सुरक्षा मानकों को और कठोर करने की आवश्यकता अवश्य उजागर करता है। देश एक बहादुर पायलट को खोने के दुख में डूबा है, जो अपनी कौशल और समर्पण से भारतीय वायुसेना की पहचान थे।
 

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