Chandra Grahan 2025: चंद्रग्रहण पर आसमान में दिखा Blood Moon का अद्भुत नजारा, सामने आई तस्वीरें

खबर सार :-
Chandra Grahan 2025: दिल्ली समेत देश के अलग-अलग हिस्सों में रविवार को दुर्लभ पूर्ण चंद्रग्रहण देखने के लिए लोगों की निगाहें आसमान पर टिकी रहीं। रात 9:57 बजे जैसे ही पृथ्वी की छाया चंद्रमा पर पड़ने लगी, चंद्रग्रहण शुरू हो गया। दिल्ली में भी चंद्रमा बादलों से लुका-छिपी खेलता दिखाई दिया।

Chandra Grahan 2025: चंद्रग्रहण पर आसमान में दिखा Blood Moon का अद्भुत नजारा, सामने आई तस्वीरें
खबर विस्तार : -

Chandra Grahan 2025: खगोल विज्ञान में रुचि रखने वालों के लिए चंद्रग्रहण (Lunar Eclipse) एक अद्भुत खगोलीय घटना है। रविवार रात इस खगोलीय घटना के अद्भुत नजारे का पूरे देश ने दीदार किया। रात करीब 9:57 बजे शुरू हुआ चंद्रग्रहण देर रात 1:26 बजे समाप्त हुआ। करीब तीन घंटे 28 मिनट तक चली इस खगोलीय घटना में रात 11 बजे से 12:23 बजे तक यानी 82 मिनट तक पूर्ण चंद्रग्रहण रहा। पूर्ण चंद्रग्रहण के दौरान चंद्रमा लाल दिखाई दिया, जिसे ब्लड मून (Blood Moon) कहा जाता है।

Lunar Eclipse 2025: आसमान पर टिकी रहीं निगाहें

लद्दाख से लेकर तमिलनाडु तक, दुर्लभ पूर्ण चंद्रग्रहण देखने के लिए लोगों की निगाहें आसमान पर टिकी रहीं। लखनऊ, दिल्ली, नोएडा, वाराणसी, मुंबई, कोलकाता समेत अन्य शहरों में लोग इस नजारे को देखने के लिए उत्साहित दिखे। यह अद्भुत नजारा देश के अधिकांश हिस्सों के साथ मध्य प्रदेश से भी देखा गया। इसकी तस्वीरें सोशल मीडिया पर भी सामने आई हैं। 

भोपाल, इंदौर, उज्जैन और रायसेन समेत मध्य प्रदेश के अधिकांश हिस्सों में लोगों ने इस खगोलीय घटना को देखा। कुछ लोग खुले मैदान से चंद्रग्रहण देख रहे थे, तो कुछ अपने घर की छत से। चांद पूरी तरह लाल (Blood Moon) था। लोगों ने इस नजारे को कैमरे में कैद किया। लोगों ने सोशल मीडिया पर चंद्रग्रहण की तस्वीरें भी शेयर की हैं। चंद्रग्रहण की यह घटना तीन घंटे 28 मिनट तक चली, जिसमें डेढ़ घंटे पूर्ण चंद्रग्रहण के थे।

मंदिरों में चलता रहा भजन-कीर्तन व जप-तप

चंद्र ग्रहण के दौरान उज्जैन स्थित विश्व प्रसिद्ध ज्योतिर्लिंग भगवान महाकालेश्वर मंदिर के अलावा प्रदेश के सभी छोटे-बड़े मंदिरों के पट भी बंद रहे। इस दौरान पाठ-पूजा, जप-तप और भजन-कीर्तन का दौर भी चलता रहा। चंद्रग्रहण के दौरान सभी देव स्थलों के पट बंद नजर आए। वहीं, रात में भजनों का दौर चलता रहा। मंदिरों में भक्त भगवान की आराधना करते नजर आए।

Chandra Grahan 2025: आसमान में दिखा Blood Moon

राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता विज्ञान प्रसारक सारिका घारू के अनुसार, जब पृथ्वी, चंद्रमा और सूर्य के बीच एक सीधी रेखा में आ जाती है, तो सूर्य की रोशनी चंद्रमा तक सीधे नहीं पहुँच पाती। इससे चंद्रग्रहण की स्थिति बनती है। इस समय, पृथ्वी की वायुमंडलीय परतों से गुजरते हुए लाल तरंगें चंद्रमा तक पहुंचती हैं, जिससे चंद्रमा लाल दिखाई देता है। इसी रंग के कारण इसे ब्लड मून भी कहा जाता है।

अन्य प्रमुख खबरें