दुर्गा सिंह कुमावत
जयपुर, एंटी गैंगस्टर टास्क फोर्स पुलिस मुख्यालय की टीम ने गैंगस्टरों और संगठित अपराधों के खिलाफ छेड़े गए अपने विशेष अभियान में एक और सफलता हासिल की है। अतिरिक्त महानिदेशक पुलिस अपराध एवं एजीटीएफ दिनेश एमएन के कड़े निर्देशों और सटीक रणनीति के तहत एजीटीएफ ने गैंगस्टर प्रवीण सिंह जोड़ी उर्फ प्रवीण कमांडो (43) को चूरू बायपास पर धर दबोचा। एडीजी एमएन ने बताया कि पुलिस के लिए सिरदर्द बना यह अपराधी 25 हजार रुपये का इनामी और कई संगीन मामलों में वांछित था, जिसमें हाल ही में चूरू के एक होटल में जान से मारने की नीयत से की गई फायरिंग का मामला भी शामिल है। बदमाश को चुरू जिले की कोतवाली थाना पुलिस को सौंप दिया गया है, जिससे पुलिस की टीम गहनता से पूछताछ कर रही है।
यह सफल ऑपरेशन उपमहानिरीक्षक पुलिस अपराध योगेश यादव और अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सिद्धांत शर्मा के सुपरविजन में किया गया है। इंस्पेक्टर सुभाष सिंह तंवर के नेतृत्व में एक विशेष टीम जिसमें एएसआई शंकर दयाल शर्मा, हेड कांस्टेबल नरेंद्र सिंह, महावीर सिंह, सुरेश, कमल डागर, कांस्टेबल नरेश, रतिराम और कांस्टेबल चालक सुरेश शामिल थे। उन्हांने अपनी पहचान गोपनीय रखते हुए प्रवीण कमांडो के बारे में महत्वपूर्ण खुफिया जानकारी जुटाई। इसी दौरान हेड कांस्टेबल नरेंद्र सिंह को मिली जानकारी के आधार पर शनिवार को राजगढ़ रोड, चूरू बायपास पर उसे घेर कर गिरफ्तार कर लिया गया।
गैंगस्टर प्रवीण सिंह जोड़ी पुत्र भगवान सिंह गांव जोड़ी थाना भालेरी जिला चूरू का रहने वाला है। यह कभी पुलिस विभाग का ही हिस्सा था। वर्ष 2001 में यह जिला झालावाड़ में कांस्टेबल के पद पर भर्ती हुआ था। हालांकि, उसका पुलिस करियर छोटा रहा। लॉरेंस गैंग के मुख्य शूटर अंकित भादू को शरण देने और कुख्यात आनंदपाल गैंग से सक्रिय रूप से जुड़े होने के कारण उसे पुलिस सेवा से बर्खास्त कर दिया गया था। बर्खास्त होने के बाद प्रवीण जोड़ी ने अपराध की दुनिया में अपनी जड़ें गहरी कर लीं। वह आनंदपाल सिंह गैंग और लॉरेंस बिश्नोई गैंग के लिए काम करने लगा। उसके मुख्य कामों में व्यापारियों के मोबाइल नंबर रोहित गोदारा और वीरेंद्र जैसे गैंगस्टरों को उपलब्ध कराना शामिल था, जिसके बाद ये गैंगस्टर्स व्यापारियों को धमकी देकर फिरौती वसूलते थे।
प्रवीण जोड़ी की गिरफ्तारी 10 महीने पहले की आपराधिक घटना के संबंध में भी महत्वपूर्ण है। 18 अगस्त, 2024 को चूरू कस्बे में स्थित होटल सनसिटी के कर्मचारी मन्जत अली (35) ने थाना कोतवाली चूरू में अज्ञात बदमाशों के खिलाफ जान से मारने की नीयत से फायरिंग का मुकदमा दर्ज करवाया था। मन्जत अली के अनुसार 17 अगस्त, 2024 की रात लगभग 10ः00 बजे जब वह होटल में काम कर रहा था। तभी दो अज्ञात लड़के बाइक पर आए और होटल पर ताबड़तोड़ फायरिंग कर दी। जिसमे वह और उसके साथी बाल-बाल बच गये। उसके व होटल स्टाफ के शोर मचाने पर हमलावर फरार हो गए। इस संगीन मामले में प्रवीण जोड़ी पर चूरू एसपी द्वारा 25 हजार रुपये का इनाम घोषित था। इस सफल कार्रवाई में हेड कांस्टेबल नरेंद्र सिंह और महावीर सिंह की विशेष भूमिका रही जिन्होंने अपनी जान जोखिम में डालकर महत्वपूर्ण खुफिया जानकारी जुटाई। टीम में इंस्पेक्टर सुभाष सिंह, एएसआई शंकर दयाल शर्मा, हेड कांस्टेबल सुरेश, कमल डागर, कांस्टेबल नरेश, रतिराम और चालक का भी सराहनीय योगदान रहा। एजीटीएफ की यह कार्रवाई राजस्थान में संगठित अपराध के खिलाफ पुलिस के दृढ़ संकल्प और प्रभावी कार्यप्रणाली का स्पष्ट प्रमाण है।
अन्य प्रमुख खबरें
BSF Action: बीएसएफ ने पाकिस्तानी घुसपैठिये को दबोचा, जांच जारी
अब Air India Express फ्लाइट तकनीकी खराबी के कारण वापस लौटी, 16 मिनट हवा में रहा प्लेन
ED Notice: गूगल और मेटा को ईडी ने भेजा नोटिस, 21 जुलाई को पूछताछ के लिए बुलाया
Tata New Trust: टाटा सन्स ने विमान दुर्घटना पीड़ितों के लिए बनाया 500 करोड़ रुपये का ट्रस्ट
Bomb Threatens: दिल्ली और बेंगलुरू के 60 स्कूलों को बम से उड़ाने की धमकी, पुलिस ने शुरू की जांच
PM Modi Bihar And Bengal Visit: प्रधानमंत्री मोदी आज बिहार और पश्चिम बंगाल को देंगे करोड़ों की सौगात
Mobile Scam: कोविड काल में केजरीवाल सरकार ने 145 करोड़ का किया था घोटालाः आशीष सूद
MONSOON:हिमाचल से काशी तक भयानक मंज़र , जनजीवन अस्तव्यस्त
Monsoon Update: देश के कई हिस्सों में खूब बरसे बदरा, कुछ इलाकों में राहत की फुहार