Amit Shah chhattisgarh Visit: आज से दो दिवसीय छत्तीसगढ़ दौरे पर रहेंगे गृहमंत्री अमित शाह, जानें क्या है खास

खबर सार :-
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह अपने दो दिवसीय छत्तीसगढ़ दौरे के दौरान नक्सलवाद के खिलाफ चल रहे अभियान पर एक हाईलेवल समीक्षा बैठक की अध्यक्षता करेंगे। दरअसल इस हाईलेवल बैठक में 31 मार्च 2026 की निर्धारित समय सीमा तक नक्सलवाद को खत्म करने का लक्ष्य रखा गया था। इस लक्ष्य को निर्धारित समय पर हासिल करने के लिए केंद्र की रणनीति पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा।

Amit Shah chhattisgarh Visit: आज से दो दिवसीय छत्तीसगढ़ दौरे पर रहेंगे गृहमंत्री अमित शाह, जानें क्या है खास
खबर विस्तार : -

Amit Shah Chhattisgarh Visit: केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह 22 और 23 जून को दो दिवसीय दौरे पर छत्तीसगढ़ रहेंगे। तय कार्यक्रम के मुताबिक अमित शाह आज दोपहर 1.45 बजे रायपुर पहुंचेंगे। गृहमंत्री अपने दौरे की शुरुआत में वे नवा रायपुर के सेक्टर-2 में राष्ट्रीय फोरेंसिक विज्ञान विश्वविद्यालय (NFSU) परिसर और देश की सबसे हाईटेक फोरेंसिक लैब का आधारशिला रखेंगे।

यह विश्वविद्यालय भारत सरकार द्वारा गुजरात में संचालित किया जाता है, जो फोरेंसिक विज्ञान, खोजी अनुसंधान, अपराध विज्ञान और फोरेंसिक मनोविज्ञान जैसे विशिष्ट क्षेत्रों में शिक्षा और प्रशिक्षण प्रदान करता है। इससे वैज्ञानिक जांच के क्षेत्र में छत्तीसगढ़ को बड़ी सुविधा मिलने वाली है।

Amit Shah Chhattisgarh Visit: अधिकारियों के साथ करेंगे अहम बैठक

इसके बाद अमित शाह नवा रायपुर में छत्तीसगढ़ और पड़ोसी राज्यों के DGP और एडीजीपी के साथ नक्सल ऑपरेशन की रणनीति को लेकर अहम बैठक करेंगे। बैठक में मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय भी शामिल होंगे। इस दौरान राज्य सरकार की नई रणनीतियों और "आत्मसमर्पण एवं पुनर्वास नीति" पर चर्चा होने की संभावना है। अमित शाह रात्रि विश्राम रायपुर में करेंगे। इसके अलावा दूसरे दिन यानी 23 जून को बस्तर के नारायणपुर क्षेत्र के ग्रामीणों  और सुरक्षा बलों से बातचीत करें।  यहीं ने 4:30 बजे वे दिल्ली के लिए रवाना हो जाएंगे।

Amit Shah Chhattisgarh Visit: आखिर क्यों खास है दौरा

बता दें कि गृह मंत्री का यह दौरा इसलिए महत्वपूर्ण है क्योंकि उन्होंने देश से नक्सलवाद को खत्म करने के लिए 2026 तक की समयसीमा घोषित की है। दरअसल छत्तीसगढ़ में बीजेपी सरकार बनने के बाद से अब तक 427 नक्सलियों को मारा जा चुका है। जबकि पिछले तीन माह में 350 से ज्यादा एनकाउंटर किए गए हैं। अमित शाह इससे पहले अप्रैल में बस्तर पंडुम के समापन समारोह में शिरकत की थी, जहां उन्होंने ऑपरेशन की समीक्षा की थी। उस समय भी उन्होंने साफ कर दिया था कि केंद्र और राज्य की संयुक्त रणनीति के चलते नक्सल समस्या अब अपने अंतिम चरण में है।

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