इस्लामिक मुल्क का निकला व्हाइट हाउस के पास फायरिंग करने वाला शख्स,  US में अफगानों की एंट्री पर लगी रोक

खबर सार :-
White House Firing: व्हाइट हाउस के पास दो नेशनल गार्ड सैनिकों पर हुए हमले में अफ़गानिस्तान में जन्मे रहमानुल्लाह लकनवाल को हिरासत में लिया गया। इस घटना को एक टारगेटेड टेररिस्ट अटैक माना जा रहा है। ट्रंप ने संदिग्ध को "एनिमल" कहा और 500 और सैनिक वॉशिंगटन भेजे। दोनों गार्ड की हालत गंभीर है।

इस्लामिक मुल्क का निकला व्हाइट हाउस के पास फायरिंग करने वाला शख्स,  US में अफगानों की एंट्री पर लगी रोक
खबर विस्तार : -

White House Firing: अमेरिका की राजधानी वॉशिंगटन DC में व्हाइट हाउस के पास बुधवार दोपहर हुई गोलीबारी ने पूरे देश को हिलाकर रख दिया। दो नेशनल गार्ड जवानों पर अचानक हुए हमले को "टारगेटेड एंबुश" बताया जा रहा है। फिलहाल दोनों घायल जवाव गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती हैं। हमलावर भी मुठभेड़ में घायल हुआ और उसे भारी सुरक्षा के बीच स्थानीय हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया है। हमलावर भी मुठभेड़ में घायल हुआ और उसे भारी सुरक्षा के बीच स्थानीय अस्पताल में भर्ती कराया गया है। अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा और पूर्व उपराष्ट्रपति कमला हैरिस ने वॉशिंगटन में व्हाइट हाउस के पास हुई फायरिंग की निंदा की।

White House Firing: अमेरिका में अफगानों की एंट्री बैन

उधर US जांच एजेंसियों ने संदिग्ध हमलावर की पहचान 29 साल के रहमानुल्लाह लकनवाल के रूप में की है, जो वॉशिंगटन राज्य में रहने वाला एक अफ़गान नागरिक है। जस्टिस डिपार्टमेंट के एक अधिकारी के अनुसार, लकनवाल 2021 में एक खास वीज़ा प्रोग्राम के तहत US में आया था। वहीं उसकी नागरिकता का पता चलने के बाद, ट्रंप एडमिनिस्ट्रेशन ने सभी अफगान नागरिकों के लिए माइग्रेशन प्रोसेस को तुरंत रोक दिया गया है।

US इमिग्रेशन डिपार्टमेंट ने अफ़गान इमिग्रेंट्स के बारे में एक बड़ी घोषणा करते हुए X पर लिखा, "तुरंत प्रभाव से, अफ़गान नागरिकों से जुड़े सभी इमिग्रेशन रिक्वेस्ट की प्रोसेसिंग को सिक्योरिटी और वेटिंग प्रोटोकॉल के आगे के रिव्यू तक अनिश्चित काल के लिए रोक दिया गया है। हमारे देश और अमेरिकी लोगों की सुरक्षा हमारा एकमात्र फोकस और मिशन है।"

White House Firing:  राष्ट्रपति ट्रंप ने की हमले की निंदा

राष्ट्रपति ट्रंप ने बुधवार शाम (लोकल टाइम) को देश को संबोधित करते हुए कहा, "यह घिनौना हमला बुराई, नफ़रत और आतंक का काम था। यह हमारे देश और मानवता के खिलाफ एक अपराध था।" उन्होंने आगे कहा कि हिरासत में लिया गया संदिग्ध अफगानिस्तान से हमारे देश आया था, जो धरती पर नरक है।" उन्होंने हमलावर को रिफ्यूजी स्टेटस के तहत देश में आने देने के लिए पिछली बाइडेन सरकार को भी दोषी ठहराया।

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