PM modi in Ethiopia: पीएम मोदी ने कहा- भारत का इथोपिया से दो हजार साल पुराना रिश्ता

खबर सार :-
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की इथियोपिया यात्रा के दूसरे दिन, उन्होंने अदीस अबाबा में अडवा विजय स्मारक पर श्रद्धांजलि दी और फिर इथियोपियाई संसद के संयुक्त सत्र को संबोधित किया। प्रधानमंत्री मोदी ने भारत और इथियोपिया को क्षेत्रीय शांति, सुरक्षा और कनेक्टिविटी के क्षेत्रों में स्वाभाविक मित्र बताया।

PM modi in Ethiopia: पीएम मोदी ने कहा- भारत का इथोपिया से दो हजार साल पुराना रिश्ता
खबर विस्तार : -

अदीस अबाबा: आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की इथियोपिया यात्रा का दूसरा दिन है। उन्होंने इथियोपिया के अदीस अबाबा में अदवा विजय स्मारक पर श्रद्धांजलि देकर अपनी यात्रा शुरू की। इसके बाद, उन्होंने इथियोपियाई संसद के संयुक्त सत्र को संबोधित किया। अपने संबोधन के दौरान, पीएम मोदी ने भारत और इथियोपिया के बीच विशेष संबंधों और मजबूत दोस्ती पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि मैं प्रधानमंत्री अबी अहमद का आभारी हूं कि कल मुझे इथियोपिया से जो सम्मान मिला - ऑर्डर ऑफ इथियोपिया। हम इथियोपियाई सरकार और प्रधानमंत्री को धन्यवाद देते हैं।

मौसम और भावना में गर्मजोशी

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि भारत का इथियोपिया के साथ 2000 साल पुराना रिश्ता है। दोनों देशों ने अपने द्विपक्षीय संबंधों को रणनीतिक साझेदारी तक बढ़ाने का फैसला किया है। प्रधानमंत्री मोदी अपनी तीन देशों की यात्रा के दूसरे चरण में इथियोपिया में हैं। बुधवार को इथियोपियाई संसद के संयुक्त सत्र को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि भारत और इथियोपिया दोनों के मौसम और भावना में गर्मजोशी है।

शांति, सुरक्षा और कनेक्टिविटी में स्वाभाविक मित्र

उन्होंने कहा कि भारतीय कंपनियां इथियोपिया में सबसे बड़े निवेशकों में से हैं। उन्होंने विभिन्न क्षेत्रों में पांच अरब डॉलर से अधिक का निवेश किया है, जिससे 75,000 से अधिक नौकरियां पैदा हुई हैं। हमने भारत-इथियोपिया द्विपक्षीय संबंधों को रणनीतिक साझेदारी तक बढ़ाने का फैसला किया है। ग्लोबल साउथ के उदय का जिक्र करते हुए, मोदी ने दुनिया को यह संदेश दिया कि अतीत में अटकी प्रणालियों के साथ आगे बढ़ना संभव नहीं है। उन्होंने इथियोपिया को क्षेत्रीय शांति, सुरक्षा और कनेक्टिविटी के क्षेत्रों में एक स्वाभाविक मित्र बताया।

उन्होंने कहा कि इथियोपिया अफ्रीका का प्रवेश द्वार है, जबकि भारत हिंद महासागर के केंद्र में स्थित है। अपने भाषण में, उन्होंने विशेष रूप से उल्लेख किया कि भारतीय और इथियोपियाई दोनों राष्ट्रगान भूमि को माँ के रूप में चित्रित करते हैं। उन्होंने 'ग्रेट ऑर्डर ऑफ इथियोपिया' प्राप्त करने के लिए आभार व्यक्त किया।

11 वर्षों में कई गुना बढ़े संबंध

प्रधानमंत्री ने बताया कि पिछले 11 वर्षों में भारत और अफ्रीका के बीच संबंध कई गुना बढ़े हैं। भारत के डिजिटल सार्वजनिक बुनियादी ढांचे ने लोगों तक सेवाएं पहुंचाने के तरीके को पूरी तरह से बदल दिया है। भारत ने 150 से अधिक देशों को दवाएं और टीके की आपूर्ति की है, और यह हमारे लिए गर्व की बात है कि हमने इथियोपिया को भी 4 मिलियन वैक्सीन खुराक प्रदान की हैं।

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि आदिस और धोलेरा जैसे बंदरगाह सिर्फ व्यापार के केंद्र नहीं थे, बल्कि सभ्यताओं के बीच पुल थे। आधुनिक समय में, हमारे रिश्ते एक नए दौर में तब दाखिल हुए, जब 1941 में भारतीय सैनिकों ने इथियोपिया की आज़ादी के लिए इथियोपिया के लोगों के साथ मिलकर लड़ाई लड़ी।

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि इस शानदार इमारत में कानून बनाए जाते हैं। यहाँ, लोगों की मर्ज़ी राज्य की मर्ज़ी बन जाती है, और जब राज्य की मर्ज़ी लोगों की मर्ज़ी से मिलती है, तो तरक्की के पहिए आगे बढ़ते हैं। अपना भाषण खत्म करने के बाद, मोदी इथियोपिया के सांसदों से मिले।

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