Health Emergency in Philippines: फिलीपींस में एचआईवी के मामले 500 प्रतिशत बढ़े, हेल्थ इमरजेंसी की घोषणा

खबर सार :-
स्वास्थ्य विभाग ने मंगलवार को देश में एचआईवी को राष्ट्रीय स्वास्थ्य आपातकाल घोषित करने की सिफारिश की है। इसका सबसे बड़ा कारण युवाओं में एचआईवी के मामलों में 500 प्रतिशत तक की बढ़ोत्तरी है।

Health Emergency in Philippines: फिलीपींस में एचआईवी के मामले 500 प्रतिशत बढ़े, हेल्थ इमरजेंसी की घोषणा
खबर विस्तार : -

मनीलाः फिलीपींस में दुनिया की सबसे भयावह और लाइलाज बीमारियों में से एक ह्यूमन इम्युनोडिफिसिएंसी वायरस यानी एचआईवी तेजी के फैल रहा है। स्वास्थ्य विभाग ने मंगलवार को देश में एचआईवी को राष्ट्रीय स्वास्थ्य आपातकाल घोषित करने की सिफारिश की है। इसका सबसे बड़ा कारण युवाओं में एचआईवी के मामलों में 500 प्रतिशत तक की बढ़ोत्तरी है। इस संबंध में स्वास्थ्य सचिव टेओडोरो हर्बोसा ने एक वीडियो संदेश जारी किया है, जिसमें उन्होंने बताया कि 15 से 25 साल के युवाओं में एचआईवी के मामलों में बढ़ोत्तरी हुई है। इस साल जनवरी से मार्च तक हर दिन 57 नए मामले सामने आए, जो पश्चिमी प्रशांत क्षेत्र में सबसे ज्यादा हैं। इसलिए अब कड़े निर्णय लेने का वक्त आ गया है।

10 साल में दोगुने से भी अधिक हो गये मामले

डीओएच से मिला जानकारी के अनुसार, पिछले 10 सालों में एचआईवी के नए मामले दोगुने से भी ज्यादा हो गए हैं। साल 2014 में रोजाना 21 मामले सामने आते थे, जो 2024 में बढ़कर 48 हो गए थे। अब ताजा आंकड़ों पर गौर करें, तो जनवरी से अप्रैल 2025 तक हर दिन 56 मामले दर्ज किए गए हैं, जो पिछले साल की तुलना में 44 प्रतिशत ज्यादा हैं। फिलीपींस में एचआईवी के मरीजों की उम्र कम होती जा रही है। आंकड़ों के मुताबिक, वर्ष 2006 से सबसे ज्यादा मामले 25 से 34 साल की उम्र के युवाओं में देखे गए हैं। यहां एचआईवी फैलने का मुख्य कारण असुरक्षित यौन संपर्क है, खासकर पुरुषों के साथ यौन संबंध बनाने वाले पुरुषों में यह ज्यादा देखा गया है।

क्या है एचआईवी

विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार, एचआईवी एक ऐसा खतरनाक वायरस है, जो शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को कमजोर कर देता है। इसका सबसे गंभीर रूप एड्स के रूप में जाना जाता है। एचआईवी शरीर की श्वेत रक्त कोशिकाओं पर हमला करता है, उसे नष्ट करना शुरू कर देता है, जिसकी वजह से इंसान की रोग प्रतिरोधक क्षमता कम हो जाती है और वह गंभीर बीमारियों से लड़ नहीं पाता है। एचआईवी संक्रमित व्यक्ति में टीबी या कैंसर जैसी खतरनाक बीमारियां आसानी से फैल सकती हैं।

एचआईवी संक्रमित व्यक्ति के खून, स्तन के दूध आदि से संक्रमण तेजी से फैलता है। यह चुंबन लेने, गले लगाने या खाना बांटने से नहीं फैलता है। यह गर्भवती मां से बच्चे को भी हो सकता है। एंटी रेट्रोवाइरल थेरेपी से एचआईवी की रोकथाम और इलाज किया जा सकता है। अगर इलाज न हो तो एचआईवी कई साल बाद एड्स बन सकता है। विश्व स्वास्थ्य संगठन ने वयस्कों और किशोरों के एचआईवी रोग के लिए अपनी परिभाषा तय की है। साथ ही 5 साल से कम उम्र के एचआईवी पॉजिटिव बच्चों को भी एडवांस एचआईवी रोग की कैटेगरी में रखा जाता है।

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