Pakistan Afghanistan War: पाकिस्तान की अफगानिस्तान पर बड़ी एयरस्ट्राइक, बमबारी में तीन क्रिकेटरों की मौत

खबर सार :-
Pakistan Air Strike Afghanistan: पाकिस्तान और अफग़ानिस्तान के बीच तनाव बढ़ गया है। पाकिस्तान के एक हवाई हमले में तीन अफ़ग़ान क्रिकेटर मारे गए। इस हमले के चलते अफगानिस्तान क्रिकेट बोर्ड (एसीबी) ने पाकिस्तान के खिलाफ आगामी त्रिकोणीय सीरीज में हिस्सा ना लेने का फैसला लिया है।

Pakistan Afghanistan War: पाकिस्तान की अफगानिस्तान पर बड़ी एयरस्ट्राइक, बमबारी में तीन क्रिकेटरों की मौत
खबर विस्तार : -

Pakistan Afghanistan War: पाकिस्तान और अफगानिस्तान (तालिबान) के बीच जारी तनाव कम होने का नाम नहीं ले रहा है। इस्लामाबाद और काबुल के बीच 48 घंटे के युद्धविराम को बढ़ाने पर सहमति बनने के कुछ ही देर बाद, शुक्रवार को पाकिस्तान ने अफ़ग़ानिस्तान में बड़ी एयरस्ट्राइक (Pakistan Air Strike Afghanistan) कर दी। इस हमले में अफग़ानिस्तान क्रिकेट टीम के तीन खिलाड़ियों समेत 40 लोगों की मौत हो गई। जबकि 170 लोग से ज्यादा  घायल हो गए।

 युद्धविराम के बाद पाकिस्तान ने किया हमला

दरअसल दोनों पक्षों के बीच 48 घंटे के युद्धविराम समझौते पर सहमति बनी थी। इस बीच, पाकिस्तान ने शुक्रवार देर रात अफग़ानिस्तान में हवाई हमला (Pakistan Air Strike Afghanistan) किया। पाकिस्तान का आरोप है कि टीटीपी अफग़ानिस्तान की धरती पर अपने नापाक मंसूबों को अंजाम दे रहा है। पाकिस्तान का आरोप है कि तहरीक-ए-तालिबान अफ़ग़ानिस्तान पाकिस्तानी आतंकवादियों को पनाह दे रहा है। हालांकि, अफग़ानिस्तान ने इसे अपना आंतरिक मामला बताते हुए प्रतिक्रिया दी। इतना ही नहीं, अफग़ानिस्तान ने पाकिस्तान पर आईएसआई आतंकवादियों को पनाह देने का भी आरोप लगाया।

Pakistan Afghanistan War: पाकिस्तान-तालिबान की दोस्ती में पड़ी दरार

बता दें कि 2021 में तालिबान ने अफग़ानिस्तान पर कब्ज़ा किया, तो पाकिस्तान बेहद खुश हुआ। उसे यकीन था कि तालिबान पाकिस्तान और आईएसआई के इशारों पर चलेगा। यही वजह थी कि पाकिस्तान ने उस समय 100 से ज़्यादा तालिबानी कैदियों को रिहा किया था। हालांकि, तालिबान ने पाकिस्तान और आईएसआई के इस भरोसे को बुरी तरह तोड़ दिया और यह संदेश दिया कि वह उनके इशारे पर नहीं चलेगा। पाकिस्तान और तालिबान के बीच पहले जैसी दोस्ती अब नहीं रही।

भारत की दखल से पाकिस्तान की बढ़ी बेचैनी

अफग़ानिस्तान पर कब्जा करने में आईएसआई ने तालिबान की काफी मदद की। दरअसल, अफग़ानिस्तान और भारत के बीच बहुत अच्छे संबंध रहे हैं। जब भी अफग़ानिस्तान मुश्किल में पड़ा, भारत ने उसकी मदद की। ऐसे में पाकिस्तान साफ तौर पर अफग़ानिस्तान में भारत के प्रभाव को कम करना चाहता था, लेकिन पाकिस्तान और आईएसआई की रणनीति उल्टी पड़ गई। तालिबान के कब्जे के बाद भी अफग़ानिस्तान के साथ भारत के संबंध अच्छे बने हुए हैं। हाल ही में, तालिबान के विदेश मंत्री ने भारत का दौरा किया, जिससे पाकिस्तान की बेचैनी बढ़ गई है।

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