युद्ध की आग में बच्चों को झोंक सकता है पाकिस्तान ! स्कूलों में दिया जा रहा प्रशिक्षण

खबर सार : -
भारत ने जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद पाकिस्तान के खिलाफ सख्त रुख अपनाया है। मोदी सरकार ने स्पष्ट किया कि दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा। भारत की इस चेतावनी के बाद पाकिस्तान ने अपने स्कूलों को प्राथमिक चिकित्सा शिविरों में बदलने और युद्ध प्रशिक्षण देने का फैसला लिया है। इसके साथ ही पाक सेना ने सैन्य अभ्यास तेज कर दिए हैं।

खबर विस्तार : -

इस्लामाबाद: जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए आतंकी हमले के बाद भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ अपना रुख सख्त कर लिया है। पहलगाम की बैसरन घाटी में आतंकियों ने 26 पर्यटकों की हत्या कर दी थी। इस हमले के बाद नरेंद्र मोदी सरकार ने साफ कर दिया है कि इस हमले के दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा। अमित शाह ने गुरुवार को चेतावनी भी दी कि इस कायराना हमले को अंजाम देने वालों से चुन-चुन कर बदला लिया जाएगा। भारत की इन चेतावनियों के बाद पाकिस्तान को हमले का डर सताने लगा है। पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी इंटर सर्विस इंटेलिजेंस (ISI) और सेना को लगता है कि भारत कभी भी सैन्य कार्रवाई कर सकता है। इसलिए कब्जे वाले जम्मू-कश्मीर के स्कूलों के खेल के मैदानों को तेजी से प्राथमिक चिकित्सा शिविरों में बदला जा रहा है।

पाकिस्तान के लगभग सभी प्रमुख अखबारों में आज इस खबर को प्राथमिकता दी गई है। पाकिस्तान की रष्ट्रीय और स्थानीय मीडिया में प्रसारित खबर में कहा गया है कि इसका उद्देश्य बच्चों को यह सिखाना है कि अगर भारत के साथ युद्ध छिड़ता है तो कैसे जवाब दिया जाए। 

स्कूलों में प्राथमिक चिकित्सा शिविर

POK में संचालित स्कूलों को चिकित्सा शिविर के रूप में बदला जा रहा है इसके अलावा बच्चों को इमरजेंसी में क्या कदम उठाने हैं इसका प्रशिक्षण दिया जा रहा है। ताकि युद्ध के समय में ये बच्चे पाकिस्तान की आर्मी का सहयोग कर सके। 

पाकिस्तान ने सैन्य अभ्यास किया तेज 

इतना ही नहीं पड़ोसी सीम पर अपनी सैन्य तैयारियों को बढ़ा दिया है। पाक आर्मी बड़े पैमाने पर युद्धाभ्यास कर रही है। दूसरी ओर, भारत भी अपनी सैन्य तैयारियों को तेज कर रहा है। भारतीय सेना अरब सागर में लाइव फायरिंग अभ्यास, मध्य भारत में वायु सेना का अभ्यास अकर्मण, राजस्थान में मशीनीकृत बलों का युद्ध अभ्यास और विशेष हेलीबोर्न ऑपरेशन कर रही है।

13 स्कूलों के बच्चों को दिया गया प्रशिक्षण

गौरतलब है कि पाकिस्तान पहले ही कह चुका है कि उसके पास विश्वसनीय खुफिया जानकारी है कि भारत आसन्न सैन्य हमले की योजना बना रहा है। पाकिस्तानी अधिकारियों का कहना है कि सीमा के पाकिस्तानी हिस्से में छह हजार से ज्यादा स्कूल, कॉलेज और युनिवर्सिटी हैं। इनमें से लगभग 1200 नियंत्रण रेखा (LOC) पर हैं। हाल ही में मुजफ्फराबाद के 13 स्कूलों में बच्चों को युद्ध की ट्रेनिंग दी गई है।

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