Israel-iran War: इजराइल का दावा, ईरान के टॉप सैन्य कमांडर को किया ढेर

खबर सार :-
आईडीएफ के अधिकारियों ने बताया कि उन्हें हाल ही में मिली खुफिया जानकारी से पता चला कि ईरान परमाणु हथियार बनाने की अपनी दौड़ में उस बिंदु के करीब पहुंच गया है, जहां से वापसी संभव नहीं है।

Israel-iran War: इजराइल का दावा, ईरान के टॉप सैन्य कमांडर को किया ढेर
खबर विस्तार : -

नई दिल्लीः ईरान और इजराइल के बीच तनाव अब चरम पर है। इस बीच इजराइल डिफेंस फोर्स यानी आईडीएफ ने ईरान के टॉप सैन्य कमांडर्स को मारने का दावा किया है। अपने आधिकारिक 'एक्स' हैंडल पर आईडीएफ ने लिखा कि अब हम इस बात की पुष्टि कर सकते हैं कि ईरानी सशस्त्र बलों के चीफ ऑफ स्टाफ, आईआरजीसी के कमांडर और ईरान के आपातकालीन कमांड के कमांडर सभी 200 से अधिक लड़ाकू विमानों के ईरान में किए गए इजराइली हमलों में मारे गए।

ईरान पर परमाणु हथियार बनाने का आरोप

आईडीएफ के अधिकारियों ने बताया कि उन्हें हाल ही में मिली खुफिया जानकारी से पता चला कि ईरान परमाणु हथियार बनाने की अपनी दौड़ में उस बिंदु के करीब पहुंच गया है, जहां से वापसी संभव नहीं है। प्रशासन अंडरग्राउंड और फोर्टिफाइड साइट्स में डिसेंट्रलाइज्ड और फोर्टिफाइड एनरिचमेंट कम्पाउंड्स के साथ-साथ हजारों किलोग्राम संवर्धित यूरेनियम का उत्पादन कर रहा है। हाल के महीनों में इस काम में काफी तेजी आई है, जिससे प्रशासन परमाणु हथियार हासिल करने के बेहद करीब पहुंच चुका है। बता दें, शुक्रवार की सुबह इजराइल ने ईरान पर हवाई हमला किया। इजराइल के रक्षा मंत्री इजराइल कैट्ज ने इस हमले की पुष्टि की है। उन्होंने इस हमले को 'प्रीएम्प्टिव स्ट्राइक' बताया है। वहीं, इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने इस ऑपरेशन को 'अपने अस्तित्व के लिए ईरानी खतरे को कम करने हेतु टारगेटेड सैन्य अभियान' करार दिया है।

ईरान ने इजराइल पर ड्रोन से किया हमला

ईरान और इजराइल के बीच तनाव तेजी से बढ़ रहा है। इस बीच ईरान ने जवाबी कार्रवाई करते हुए इजराइल पर पिछले कुछ घंटों में 100 से ज्यादा ड्रोन दागे हैं। इजराइल डिफेंस फोर्स के प्रवक्ता ब्रिगेडियर जनरल एफी डेफ्रिन ने इसकी पुष्टि की है। एफी डेफ्रिन के अनुसार आईडीएफ इन ड्रोन को गिराने के लिए काम कर रहा है। आईडीएफ एक्स पर लिखा कि ईरानी शासन दशकों से परमाणु हथियार हासिल करने के लिए काम कर रहा है। दुनिया ने इसे रोकने के लिए हर संभव कूटनीतिक रास्ता अपनाने की कोशिश की, लेकिन शासन ने इसे रोकने से इनकार कर दिया है। आईडीएफ का कहना है कि इजराइल के पास कोई विकल्प नहीं बचा है। अपने नागरिकों की रक्षा करना आईडीएफ का दायित्व है और वह ऐसा करना जारी रखेगा।

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