बारूद का जवाब बारूद से देने की जल्दबाजी!

खबर सार :-
इजरायल और ईरान के बीच छिड़ी जंग का असर कई देशों में पड़ने वाला है। ईरान के कई लोग इजरायल के हमले में मारे गए हैं। ईरान इसी हमले का बदला लेने की चेतावनी दे रहा है।

बारूद का जवाब बारूद से देने की जल्दबाजी!
खबर विस्तार : -

लखनऊ, दो देश बारूद लेकर दौड़ पड़े हैं। दोनों ही हथियारों और बारूदी शक्तियों से संपन्न हैं। इस तनाव के बीच एक कदम इजरायल पीछे हटने को तैयार नहीं है तो हमले के बाद पलटवार में ईरान जवाब देने को बेताब है। ईरान में एक के बाद एक ड्रोन हमले के लिए तैयार किए जा रहे हैं। बारूद का जवाब बारूद से देने की दो देशों की बेचैनी में पूरी दुनिया कहीं न कहीं प्रभावित हो रही है। हमले के कारण हवाई यात्राएं भी कम हुई हैं। 

युद्ध जैसे हालातों के बाद इजरायली सेना ने दावा किया है कि ईरान इजरायल पर ड्रोन दाग रहा है। यह सब उस पर हमलों के जवाब में हो रहा है। इजरायल के मुख्य सैन्य प्रवक्ता ब्रिगेडियर जनरल एफी डेफ्रिन ने यह जानकारी दी है कि बीते कुछ घंटों में ईरान ने इजरायल की ओर 100 से अधिक ड्रोन दागे हैं। दोनों देशों के बीच शुक्रवार को बारूदी घमासान तेज हो गया। इसमें इजरायल और ईरान के बीच का संघर्ष दुनिया का ध्यान खींच रहे हैं, इससे कई देशों की अर्थव्यवस्था पर सीधे प्रभाव पड़ा है। दोनों देश उन पर हमले के संबंध में दावे पर दावे कर रहे हैं।

रक्षा प्रणालियां हमलों को रोकने के लिए प्रयासरत

इजरायल के मुख्य सैन्य प्रवक्ता ब्रिगेडियर जनरल एफी डेफ्रिन ने कहा कि उनकी सभी रक्षा प्रणालियां हमलों को रोकने के लिए प्रयासरत हैं। लगभग 200 इजरायली लड़ाकू विमान अभियान में शामिल थे, यह बात खुद डेफ्रिन ने कही है। लगभग 100 लक्ष्यों पर हमले किए गए हैं। हमलों के कारण जॉर्डन के नागरिक उड्डयन प्राधिकरण ने स्पष्ट किया है कि देश का हवाई क्षेत्र सभी उड़ानों के लिए बंद रहेगा। जार्डन की समाचार एजेंसी की ओर से कहा गया है कि ईरान और इजरायल में बढ़ते तनाव को देखते हुए ऐसा किया गया है। ईरान के सशस्त्र बलों के चीफ ऑफ स्टाफ जनरल मोहम्मद बाघेरी इजरायल के हवाई हमले में मारे गए हैं। बता दें कि बाघेरी ईरान के अर्धसैनिक बल ‘रिवोल्यूशनरी गार्ड’ के पूर्व शीर्ष कमांडर थे।

ईरान की सरकारी टीवी में ऐसी जानकारी नहीं दी

शुक्रवार को इजराइली हमला काफी प्रभावित रहा। ऐसे में ईरान में कई सैन्य अधिकारी और वैज्ञानिक मारे गए हैं। हालांकि, ईरान की सरकारी टीवी में ऐसी जानकारी नहीं दी गई है। इजरायल ने जिस तरह से शुक्रवार तड़के ईरान की राजधानी पर हमला किया, उससे देश के परमाणु कार्यक्रम को टारगेट किया गया। 1980 के दशक में इराक से युद्ध के बाद ऐसा हमला ईरान पर नहीं हुआ। ईरान पर यह सबसे बड़ा हमला माना जा रहा है। ईरान के मुख्य परमाणु संवर्धन केंद्र को इजरायल ने निशाना बनाया। जैसे ही हमला हुआ, काले धुएं का गुबार चारों ओर फैल गया। इसके बाद ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामनेई ने चेतावनी दी है कि इजराइल को कड़ी सजा देने के लिए वह तैयार हैं। 

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