ईरान के विदेश मंत्री ने भारतीय विदेश मंत्री से की बात

खबर सार :-
भारत का कूटनीतिक प्रयासों पर जोर हमेशा से रहा है। इस बार ईरान और इजरायल के बीच युद्ध में शांति के प्रयासों में कूटनीतिक पहलू अपनाने पर जोर दिया जा रहा है। विदेश मंत्री के बयान को ईरान दोहरा रहा है।

ईरान के विदेश मंत्री ने भारतीय विदेश मंत्री से की बात
खबर विस्तार : -

लखनऊ, भारत के विदेश मंत्री एक जयशंकर को ईरान के विदेश मंत्री ने फोन कर एकजुटता की अपील की है। इजरायल के हमलों के बाद ईरान के लोगों के प्रति विदेश मंत्री ने सहानुभूति जताई थी। इसी के बाद ईरान के विदेश मंत्री सैयद अब्बास अराघची ने जयशंकर को फोन मिलाया था। ईरान के विदेश मंत्री सैयद अब्बास अराघची ने भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर को शुक्रवार को फोन मिलाकर बात की थी। ईरान के विदेश मंत्रालय की ओर से मीडिया को दी गई जानकारी के अनुसार, भारतीय विदेश मंत्री ने इजरायल के हमलों के बाद ईरान के लोगों के प्रति सहानुभूति जताई थी।

इजराइल रक्षा बल की ओर से कहा गया कि इजराइल ने ईरान में सटीक, पूर्वव्यापी हमला किया है। हमलों को लेकर प्रवक्ता, बीजी एफी डेफ्रिन ने साफ किया है कि ईरान के परमाणु कार्यक्रम को नुकसान पहुंचाना और ईरानी शासन द्वारा इज़राइल के खिलाफ जारी आक्रामकता का जवाब देना हमले का उद्देश्य था। बयान एक्स पर साझा किए गए हैं। इनमें एक बयान में ईरान के विदेश मंत्रालय की ओर से कहा गया है कि शुक्रवार शाम को भारतीय विदेश मंत्री सुब्रह्मण्यम जयशंकर ने ईरानी विदेश मंत्री सईद अब्बास अराघची के साथ टेलीफोन पर बातचीत की। इस बातचीत में निर्दोंष लोगों की जान जाने की बात कही गई है। अराघची ने ईरान के साथ भारत की एकजुटता पर जोर दिया।

उन्होंने कहा कि इजरायल शासन की आक्रामक हरकतों के कारण कूटनीतिक रास्ते पटरी से उतर चुके हैं। इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने बड़े पैमाने पर सैन्य अभियान, ऑपरेशन राइजिंग लायन शुरू करने की घोषणा शुक्रवार को ही कर दिया था। ईरान के परमाणु और बैलिस्टिक मिसाइल कार्यक्रमों से उत्पन्न अस्तित्वगत खतरे इनके प्रयासों से खत्म या कम हो जाएंगे। नेतन्याहू ने साफ किया है कि इजरायल ने प्रथम हमले में कई उच्च-मूल्य वाले ईरानी लक्ष्यों को तहस नहस किया है। 
 

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