Nurul Huda: पूर्व चुनाव आयुक्त को जूतों से पीटा...लुंगी में घर से उठा ले गई पुलिस, जानें पूरा मामला

खबर सार :-
सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे वीडियो में देखा जा सकता है कि भीड़ Nurul Huda को घेरकर खड़ी है। पुलिस कस्टडी में होने के बावजूद लोग उन पर जूतों से हमला कर रहे हैं। बांग्लादेश में शेख हसीना की अवामी लीग सरकार के सत्ता से जाने के बाद से ही उनके नेताओं और समर्थकों को निशाना बनाया जा रहा है। कई नेताओं को या तो गिरफ्तार कर लिया गया या वे देश छोड़कर भाग गए।

Nurul Huda: पूर्व चुनाव आयुक्त को जूतों से पीटा...लुंगी में घर से उठा ले गई पुलिस, जानें पूरा मामला
खबर विस्तार : -

Nurul Huda: सोशल मीडिया पर एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है। जिसमें कुछ लोग एक शख्स को जूतों से पीटते नजर आ रहे है। ये कोई और नहीं बल्कि बांग्लादेश (Bangladesh ) के पूर्व मुख्य चुनाव आयुक्त नुरुल हुदा है। जिन पर भीड़ ने हमला कर दिया। इस दौरान लोगों ने उनकी पिटाई की और उनके चेहरे पर जूते मारे। इतना ही नहीं पुलिस ने भी उनको घर से लुंगी और टी-शर्ट उठा ले गई।

Nurul Huda: जानें क्या है पूरा मामला

दरअसल यह हमला ऐसे समय में किया गया जब पूर्व पीएम खालिदा जिया की पार्टी बीएनपी ने नुरुल हुदा के खिलाफ चुनाव में धांधली करने की शिकायत दर्ज कराई है। इसी से नाराज भीड़ ने हुदा की पिटाई कर दी। इतना ही नहीं पुलिस हिरासत में होने के बावजूद लोग उनके चेहरे पर जूतों से हमला किया। साथ ही उन पर अंडे मारे गए और गंदी-गंदी गालियां दी गईं। वहीं जिस वक्त उन्हें पुलिस ने हिरासत में लिया, उस वक्त वे लुंगी और टी-शर्ट में थे। इस घटना को जो वीडियो सामने आया है।

बीएनपी  पार्टी का आरोप है कि 77 साल के नुरुल हुदा 2017 से 2022 के बीच बांग्लादेश के मुख्य चुनाव आयुक्त रहते हुए अपने कार्यकाल के दौरान चुनावों में जमकर हेराफेरी की थी। बांग्लादेश पुलिस ने कहा कि हुदा को भीड़ द्वारा घेरने की सूचना मिलने पर हम मौके पर पहुंचे। उन्होंने कहा, 'हमने उन्हें हिरासत में ले लिया है।' पुलिस ने बताया कि बीएनपी यानी बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी की ओर से मामला दर्ज कराए जाने के बाद हुदा को गिरफ्तार किया गया है। बीएनपी ने हुदा, पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना समेत 18 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कराया है। 

 शेख हसीना के सत्ता से जाते ही निशाने पर आए नेता

गौरतलब है कि पिछले साल शेख हसीना सरकार के सत्ता से बेदखल होने के बाद बांग्लादेश में अंतरिम सरकार बनी थी, जिसके मुख्य सलाहकार मोहम्मद यूनुस थे। शेख हसीना को देश छोड़ना पड़ा। जब से शेख हसीना की अवामी लीग सरकार सत्ता से गई है, तब से उनके नेताओं और समर्थकों को निशाना बनाया जा रहा है। कई नेता या तो गिरफ्तार हो गए या देश छोड़कर भाग गए। शेख हसीना के समर्थकों पर भीड़ के हमले की कई घटनाएं हो चुकी हैं और नुरुल हुदा (Nurul Huda) पर हमला भी इसी कड़ी का हिस्सा है।

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