ASEAN Summit 2025 में पीएम मोदी बोले- 21वीं सदी भारत और आसियान की है...

खबर सार :-
ASEAN Summit 2025 Malaysia: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 22वें आसियान-भारत शिखर सम्मेलन को वर्चुअली संबोधित किया। अपने संबोधन में, पीएम मोदी ने कहा कि भारत हर संकट में आसियन देशों के साथ खड़ा है। उन्होंने कहा कि 21वीं सदी भारत और ASEAN की है।

ASEAN Summit 2025 में पीएम मोदी बोले- 21वीं सदी भारत और आसियान की है...
खबर विस्तार : -

ASEAN Summit 2025 Malaysia: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Modi) ने रविवार को मलेशिया में हुई 'आसियान-भारत' शिखर सम्मेलन' को वर्चुअली संबोधित किया। उन्होंने आसियान की सफल अध्यक्षता के लिए मलेशिया के प्रधानमंत्री अनवर इब्राहिम को बधाई दी। पीएम मोदी ने कहा कि 21वीं सदी भारत और आसियान की है। उन्होंने ने कहा कि भारत और आसियान मिलकर दुनिया की लगभग एक चौथाई आबादी का प्रतिनिधित्व करते हैं।  इस दौरान, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने महारानी मां सिरिकिट के निधन पर सभी भारतीयों की ओर से थाई शाही परिवार और थाईलैंड के लोगों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त की।

ASEAN Summit 2025: पीएम मोदी की प्रमुख बातें

पीएम मोदी कहा, "हम न केवल भूगोल साझा करते हैं, बल्कि हम गहरे ऐतिहासिक संबंधों और साझा मूल्यों से भी बंधे हुए हैं। हम ग्लोबल साउथ के साथी यात्री हैं। हम सिर्फ ट्रेडिंग पार्टनर ही नहीं, बल्कि कल्चरल पार्टनर भी हैं।" उन्होंने कहा कि आसियान भारत की एक्ट ईस्ट पॉलिसी का एक मुख्य स्तंभ है। भारत ने हमेशा आसियान की केंद्रीयता और इंडो-पैसिफिक पर ASEAN के आउटलुक का पूरी तरह से समर्थन किया है।

अपने संबोधन में, PM मोदी ने कहा कि अनिश्चितताओं के इस दौर में भी, भारत-आसियान व्यापक रणनीतिक साझेदारी में लगातार प्रगति हुई है। यह मजबूत साझेदारी वैश्विक स्थिरता और विकास के लिए एक शक्तिशाली नींव के रूप में उभर रही है। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि भारत हर संकट में अपने आसियान दोस्तों के साथ मजबूती से खड़ा रहा है। मानवीय सहायता और आपदा राहत, समुद्री सुरक्षा और ब्लू इकोनॉमी में हमारा सहयोग तेजी से बढ़ रहा है। इसे देखते हुए, हम 2026 को 'आसियान-इंडिया समुद्री सहयोग वर्ष' घोषित कर रहे हैं। आसियान-भारत समिट में, PM मोदी ने भारत के कंट्री कोऑर्डिनेटर की भूमिका को कुशलता से निभाने के लिए फिलीपींस के राष्ट्रपति फर्डिनेंड आर. मार्कोस को धन्यवाद दिया। उन्होंने तिमोर-लेस्ते का ASEAN के नए सदस्य के रूप में भी स्वागत किया। 

ASEAN संगठन क्या है ?

दक्षिण-पूर्व एशियाई राष्ट्रों का संगठन (ASEAN) इस क्षेत्र के सबसे प्रभावशाली समूहों में से एक माना जाता है। भारत, अमेरिका, जापान, चीन, और ऑस्ट्रेलिया सहित कई अन्य देश इसके वार्ता साझेदार हैं।  आसियन सदस्य देशों के अलावा, ईस्ट एशिया समिट में भारत, चीन, जापान, रिपब्लिक ऑफ कोरिया, ऑस्ट्रेलिया, न्यूजीलैंड, अमेरिका और रूस शामिल हैं।

आसियन-भारत के बीच वार्ता संबंध 1992 में एक सेक्टोरल पार्टनरशिप की स्थापना के साथ शुरू हुए थे। इसे दिसंबर 1995 में पूर्ण वार्ता साझेदारी और 2002 में शिखर सम्मेलन स्तरीय साझेदारी में परिवर्तित हो गया। दोनों पक्षों के बीच संबंध 2012 में एक स्ट्रेटेजिक पार्टनरशिप के लेवल तक और बढ़ाए गए।

 ASEAN के 10 सदस्य देशों में इंडोनेशिया, मलेशिया, फिलीपींस, सिंगापुर, थाईलैंड, ब्रुनेई, वियतनाम, लाओस, म्यांमार और कंबोडिया शामिल हैं। हाल के वर्षों में भारत और आसियन के बीच द्विपक्षीय संबंध काफी मजबूत हुए हैं, जिसमें व्यापार और निवेश के साथ-साथ सुरक्षा और रक्षा क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाने पर ध्यान केंद्रित किया गया है।

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