करियर प्लानिंग और प्रॉब्लम सॉल्विंग में एआई की अहम भूमिका

खबर सार :-
एआई की मदद से कर्मचारी अब नए तरीके अपनाने लगे हैं जो न केवल उनकी कार्यशैली को प्रभावित करते हैं, बल्कि उनके करियर की दिशा और जीवनशैली को भी नया मोड़ दे रहे हैं। एआई को एक साधारण टूल से लेकर एक विश्वासपात्र सहयोगी के रूप में देखा जा रहा है। कंपनियों को अब कर्मचारियों की बदलती उम्मीदों और कार्यशैली के हिसाब से अपनी रणनीतियां बदलनी होंगी।

करियर प्लानिंग और प्रॉब्लम सॉल्विंग में एआई की अहम भूमिका
खबर विस्तार : -

AI Revolution: दुनिया भर में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) ने काम करने के तरीकों में एक क्रांतिकारी बदलाव ला दिया है। इंडीड की एक नई स्टडी के मुताबिक, एआई कर्मचारियों के लिए न सिर्फ उनकी कार्यशैली को बदल रहा है, बल्कि वे इसका इस्तेमाल अपने करियर की योजना बनाने और समस्याओं को सुलझाने में भी कर रहे हैं। रिपोर्ट के अनुसार, 71 प्रतिशत कर्मचारी एआई का उपयोग करियर प्लानिंग और प्रॉब्लम सॉल्विंग के लिए कर रहे हैं, जिससे एआई एक सामान्य टूल से एक विश्वासपूर्ण सहयोगी बन गया है।

नई कार्यशैली और बदलाव की दिशा में एआई

रिपोर्ट के मुताबिक, 75 प्रतिशत कर्मचारी अब नई कार्यशैली अपनाने लगे हैं, जैसे माइक्रो-रिटायरमेंट, मूनलाइटिंग और फ्लेक्सिबल शेड्यूल। इन बदलावों से कर्मचारियों को कार्य-जीवन संतुलन बनाए रखने में मदद मिल रही है। इसके अलावा, 68 प्रतिशत एंट्री-टू-जूनियर लेवल के कर्मचारी अपने करियर को लेकर नए दृष्टिकोण अपनाने के लिए एआई की मदद ले रहे हैं। आंकड़ों से यह भी पता चलता है कि 40 प्रतिशत कर्मचारी अब मूनलाइटिंग और फ्लेक्सिबल शेड्यूल के साथ वर्क-लाइफ बैलेंस बनाने में सफल हो रहे हैं। इस प्रकार, एआई केवल कार्यस्थल में कार्य की गति को तेज करने के लिए नहीं, बल्कि कर्मचारियों के जीवनशैली को नया आकार देने में भी सहायक है।

वर्कप्लेस में हो रहे बदलाव

रिपोर्ट में बताया गया है कि 42 प्रतिशत कर्मचारी मानते हैं कि जॉब-होपिंग और ब्रीफ ऑफिस अपीयरेंस संकेत हो सकते हैं कि कर्मचारी पूरी तरह से काम में लगे हुए नहीं हैं। वहीं, 62 प्रतिशत कर्मचारी इसे एक बदलाव के रूप में देखते हैं, जिसे अपनाना ज़रूरी है। इस प्रकार, कर्मचारी अपनी स्किल्स और रोल को बदलने के लिए तैयार हैं ताकि वे नौकरी के बदलते स्वरूप में खुद को ढाल सकें।

कर्मचारियों के बिहेवियर में बदलाव

आजकल कर्मचारियों के व्यवहार में आने वाले बदलावों के पीछे कई कारण हैं। 43 प्रतिशत कर्मचारियों के मुताबिक, फ्लेक्सिबिलिटी और ऑटोनॉमी इस बदलाव का मुख्य कारण हैं, जबकि 37 प्रतिशत का मानना है कि स्ट्रेस और बर्नआउट भी अहम कारण हैं। 30 प्रतिशत कर्मचारी जॉब सिक्योरिटी की चिंता को अपने व्यवहार में बदलाव का कारण मानते हैं। इन बदलावों से यह स्पष्ट होता है कि कर्मचारियों का एआई के प्रति विश्वास अब और भी बढ़ चुका है और यह उनके काम करने के तरीके को अधिक लचीला और प्रभावी बना रहा है।

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