अवैध कब्जा करने वाली टीम की प्रशासन के आगे नहीं चली

खबर सार :-
यह कार्रवाई सरकारी संपत्ति की सुरक्षा के लिहाज से अत्यंत महत्वपूर्ण मानी जा रही है। नगर निगम ने स्पष्ट किया है कि भविष्य में भी इस प्रकार की अतिक्रमण विरोधी कार्रवाई लगातार जारी रहेंगी।

अवैध कब्जा करने वाली टीम की प्रशासन के आगे नहीं चली
खबर विस्तार : -

लखनऊः तहसील सरोजनीनगर के ग्राम अमौसी क्षेत्र में अवैध अतिक्रमण हटाने के लिए एक व्यापक अभियान चलाया गया। इस अभियान के अंतर्गत नगर निगम और तहसील प्रशासन की संयुक्त टीम ने सरकारी भूमि को अतिक्रमण से मुक्त कराया। यह अभियान मंडलायुक्त लखनऊ एवं नगर आयुक्त के निर्देश पर चलाया जा रहा है। जिस समय टीम मौके पर पहुंची, कब्जा करने वालों ने विरोध किया। निगम की सफलता इस बात की है कि बिना किसी विवाद के अवैध कब्जा हटा दिया गया और हंगामा कर रहे लोगों को शांत करा दिया। 

  अतिक्रमण हटाने के लिए चलाए जा रहे इस विशेष अभियान का नेतृत्व अपर नगर आयुक्त नम्रता सिंह द्वारा गठित टीम ने किया। ग्राम अमौसी स्थित गाटा संख्या 806 च (9.611 हेक्टेयर) की भूमि, जो राजस्व अभिलेखों में ऊसर के रूप में दर्ज है। यह नगर निगम की संपत्ति है। इस पर स्थानीय कुछ लोगों ने 0.126 हेक्टेयर भूमि पर अस्थाई निर्माण का प्रयास किया था। नगर निगम की संपत्ति प्रभारी अधिकारी संजय यादव के निर्देशन में तहसील प्रशासन की टीम, जिसमें तहसीलदार अरविन्द पाण्डेय, नायब तहसीलदार रत्नेश कुमार, नगर निगम के राजस्व निरीक्षक अविनाश चन्द्र तिवारी, लेखपाल अजीत तिवारी एवं राहुल यादव, तथा तहसील सरोजनी नगर के लेखपाल संजय शुक्ला शामिल थे। उन्होंने जेसीबी की सहायता से अवैध निर्माण को ध्वस्त किया।

इस मौके पर थानाध्यक्ष सरोजनीनगर द्वारा उपलब्ध कराई गई पुलिस बल और नगर निगम की ईटीएफ टीम भी मौजूद रही। उल्लेखनीय है कि उक्त गाटा संख्या पर शासन द्वारा स्वीकृत एक परियोजना स्थापित की जा रही है। जब टीम मौके पर पहुंची तो कब्जा करने वालों ने विरोध किया। इस अभियान के अंतर्गत कुल रकबा 9.611 में 3.036 हेक्टेयर भूमि परियोजना के लिए अवैध कब्जे से मुक्त कराई गई। विशेषज्ञों के अनुसार, कब्जा मुक्त कराई गई इस भूमि की वर्तमान बाजार कीमत लगभग 1.5 करोड़ रुपये आंकी गई है।
 

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