BJP MP Allegation: भाजपा सांसद नवीन जैन का आरोप, आगरा मेट्रो परियोजना में काटे गए 25,000 पेड़

खबर सार :-
भाजपा सांसद नवीन जैन का आरोप है कि मेट्रो रेल परियोजना के लिए 25,000 पेड़ों को बिना किसी वैध अनुमति के काट दिया गया। उन्होंने कहा कि आगरा ताजमहल का शहर है, जो अपनी हरियाली और सुंदरता के लिए जाना जाता है। पेड़ पर्यावरण के लिए जरूरी हैं, ये छाया, फल और पक्षियों को आश्रय देते हैं। बिना अनुमति पेड़ काटना गंभीर अपराध है।

BJP MP Allegation: भाजपा सांसद नवीन जैन का आरोप, आगरा मेट्रो परियोजना में काटे गए 25,000 पेड़
खबर विस्तार : -

आगराः दुनिया भर में लोग ग्लोबल वार्मिंग की समस्या से जूझ रहे हैं। पर्यावरण संरक्षण को लेकर व्यापक स्तर पर अभियान चलाए जा रहे हैं। भारत में भी सभी राज्यों में पौधे लगाने और पेड़ों को संरक्षित करने के लिए अभियान चलाए जा रहे हैं। इन सबके बीच ताजनगरी आगरा से पर्यावरण से जुड़ी बड़ी खबर सामने आई है। भाजपा के राज्यसभा सांसद और आगरा के पूर्व महापौर नवीन जैन ने मेट्रो अधिकारियों पर गंभीर आरोप लगाये हैं। उन्होंने आगरा के कमिश्नर क पत्र लिखकर दावा किया है कि मेट्रो रेल परियोजना के तहत अधिकारियों ने बिना अनुमति के लगभग 25,000 पेड़ काट दिए हैं। अतः इस मामले में निष्पक्ष जांच कर दोषी अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की गई है।

मेट्रो के दूसरे चरण का कार्य जारी

ताजनगरी आगरा में मेट्रो रेल परियोजना के अंतर्गत दूसरे चरण का निर्माण कार्य जोरों पर चल रहा है। इस बीच मेट्रो परियोजना के नाम पर पेड़ों की कटान का मामला उठाया गया है। सांसद नवीन जैन ने कहा कि उनके महापौर कार्यकाल (2017-2022) के दौरान आगरा में बड़े पैमाने पर पौधारोपण अभियान चलाया गया था। इस अभियान के तहत नगर निगम और सामाजिक संगठनों के सहयोग से टीटीजेड (ताज ट्रेपेजियम जोन) क्षेत्र में हजारों पेड़ लगाए गए थे। जैन का आरोप है कि मेट्रो रेल परियोजना के लिए इनमें से 25,000 पेड़ों को बिना किसी वैध अनुमति के काट दिया गया। उन्होंने कहा कि आगरा ताजमहल का शहर है, जो अपनी हरियाली और सुंदरता के लिए जाना जाता है। पेड़ पर्यावरण के लिए जरूरी हैं, ये छाया, फल और पक्षियों को आश्रय देते हैं। बिना अनुमति पेड़ काटना गंभीर अपराध है।

सांसद ने की निष्पक्ष जांच की मांग

नवीन जैन ने अपने पत्र में मांग की है कि पेड़ों की कटान से संबंधि मामले की जांच हो और यह पता लगाया जाए कि पेड़ काटने की अनुमति किस अधिकारी ने दी। शहर की जनता को सच जानने का हक है। अगर अनुमति दी गई थी, तो वह किसके आदेश पर थी, यह सामने आना चाहिए। उनका कहना है कि टीटीजेड क्षेत्र में पेड़ों का कटान पर्यावरण के लिए हानिकारक है और यह आगरा की हरियाली को नष्ट कर रहा है। वहीं दूसरी ओर, आगरा मेट्रो रेल परियोजना के अधिकारियों ने इन आरोपों का खंडन किया है। मेट्रो अधिकारियों का कहना है कि पेड़ों को काटने से पहले सुप्रीम कोर्ट की गाइडलाइंस का पूरी तरह पालन किया गया और आवश्यक अनुमतियां ली गई थीं। उन्होंने दावा किया कि परियोजना के लिए जरूरी न्यूनतम पेड़ ही हटाए गए और पर्यावरण संरक्षण के लिए वैकल्पिक उपाय किए जा रहे हैं।

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