Surya Grahan 2025 Time: साल के अंतिम सूर्य ग्रहण पर बन रहा दुर्लभ संयोग, इन राशि वालों को रहना होगा सावधान

खबर सार :-
Surya Grahan 2025 Date and Time: सनातन धर्म में सूर्य और चंद्र ग्रहण को शुभ नहीं माना जाता है। इस बार सूर्य ग्रहण सर्व पितृ अमावस्या को पड़ रहा है। ऐसा माना जाता है कि सूर्य ग्रहण के दौरान पूजा-पाठ करने से अशुभ फल प्राप्त होते हैं। तो आइए जानें कि सूर्य ग्रहण का किन राशियों पर प्रभाव पड़ेगा।

Surya Grahan 2025 Time: साल के अंतिम सूर्य ग्रहण पर बन रहा दुर्लभ संयोग, इन राशि वालों को रहना होगा सावधान
खबर विस्तार : -

Surya Grahan 2025 Time: साल 2025 का दूसरा और आखिरी सूर्य ग्रहण (surya grahan kab se kab tak hai) रविवार, 21 सितंबर को यानी आज रात 10:59 बजे शुरू होगा और अगले दिन सुबह 3:32 बजे तक रहेगा। हालांकि यह सूर्य ग्रहण आंशिक होगा और भारत में दिखाई नहीं देगा, इसलिए यहां सूतक नियम लागू नहीं होंगे। लेकिन ग्रहण कहीं भी दिखाई दे, इसका प्रकृति और पर्यावरण पर अवश्य प्रभाव पड़ता है। यह मुख्य रूप से ऑस्ट्रेलिया, न्यूजीलैंड, अंटार्कटिका और प्रशांत महासागर के दक्षिणी भागों में दिखाई देगा।

Surya Grahan 2025 Time: सूर्य ग्रहण पर बन रहा दुर्लभ संयोग

बता दें कि साल आखिरी सूर्य ग्रहण पर खास संयोग बन रहा है। दरअसल यह सूर्य ग्रहण कन्या राशि और उत्तराफाल्गुनी नक्षत्र में होगा, जिसमें सूर्य, चंद्रमा और बुध सभी एक ही राशि में होंगे। इस स्थिति को ज्योतिष में बुधादित्य योग कहा जाता है। ज्योतिषी के अनुसार, 122 वर्षों में यह पहली बार है जब पितृ पक्ष के आरंभ और अंत के समय कोई ग्रहण लगेगा। 2025 से पहले ऐसा संयोग 1903 में बना था।

Surya Grahan 2025 Sutak Kaal : 12 घंटे पहले लगेगा सूतक काल 

भारतीय धार्मिक शास्त्रों के अनुसार, ग्रहण से 12 घंटे पहले सूतक काल शुरू हो जाता है, जिसके दौरान शुभ कार्य, यात्रा और नई वस्तुओं की खरीदारी स्थगित करने की सलाह दी जाती है। हालांकि, इस बार, चूंकि सूर्य ग्रहण भारत में दिखाई नहीं देगा, इसलिए सूतक काल प्रभावी नहीं होगा। लेकिन धार्मिक मान्यताओं और ज्योतिष के आधार पर ग्रहण के प्रभावों के प्रति सावधानी बरतना उचित माना जाता है। क्योंकि सूर्य ग्रहण के दौरान पृथ्वी पर मायावी ग्रह राहु का प्रभाव बढ़ जाता है। इसी कारण ग्रहण के दौरान पूजा-पाठ और शुभ कार्य वर्जित होते हैं। 

इसलिए शास्त्र इस दौरान विशेष उपाय करने की सलाह देते हैं। ग्रहण के दौरान भोजन करना वर्जित है, और ग्रहण के दुष्प्रभावों से बचने के लिए तुलसी के पत्तों वाला जल पीना चाहिए। गायत्री मंत्र और महामृत्युंजय मंत्र का जाप करने से भी नकारात्मक प्रभाव कम होते हैं। ग्रहण के बाद पवित्र नदियों में स्नान और गरीबों को दान करना लाभकारी माना जाता है। घर में गंगाजल छिड़कने से वातावरण शुद्ध होता है और ग्रहण के नकारात्मक प्रभावों को कम करने में मदद मिलती है। 

Surya Grahan 2025 :इन राशियों पर पड़ेगा सूर्य ग्रहण का प्रभाव

साल का दूसरा और अंतिम सूर्य ग्रहण भले ही भारत में दिखाई नहीं देगा। लेकिन इसका सभी 12 राशियों पर प्रभाव पड़ेगा, जिसका नकारात्मक प्रभाव वृषभ, कर्क, कन्या, धनु, मकर और कुंभ राशि पर पड़ेगा। ऐसे में चलिए जानते हैं साल का आखिरी सूर्य ग्रहण का किन राशियों पर प्रभाव पड़ेगा।

मेषः मेष राशि वालों को लंबी यात्राओं से बचने की सलाह दी जाती है क्योंकि ग्रहण मानसिक तनाव बढ़ा सकता है।

वृषभः वृषभ राशि वालों को छोटी यात्राएं करने में कोई परेशानी नहीं होगी, लेकिन बड़े सौदे या निवेश को स्थगित करना बेहतर होगा।

मिथुनः मिथुन राशि वालों को यात्रा के दौरान बाधाओं और बढ़े हुए खर्चों का सामना करना पड़ सकता है।

कर्कः इन राशि वालों को विदेश यात्रा में देरी का सामना करना पड़ सकता है।

सिंहः इन राशि वालों को मानसिक चिंता से बचना चाहिए और वाहन चलाते समय सावधानी बरतनी चाहिए।

कन्याः यह ग्रहण कन्या राशि के लिए विशेष रूप से महत्वपूर्ण है, क्योंकि यह ग्रहण की राशि है, इसलिए नई यात्रा या नई परियोजनाओं को स्थगित कर देना चाहिए।

तुलाः इन राशि वालों के लिए सामान्य यात्रा शुभ है, लेकिन निवेश से बचना चाहिए।

वृश्चिकः इन राशि वालें परिवार के साथ यात्रा कर सकते हैं, लेकिन अपने स्वास्थ्य का ध्यान रखें।

धनुः धनु राशि वालों के लिए धार्मिक यात्रा लाभदायक होगी, लेकिन व्यावसायिक यात्रा स्थगित कर देनी चाहिए।

मकरः इन राशि वालों को लंबी दूरी की यात्रा के दौरान थकान और खर्च का सामना करना पड़ सकता है।

कुंभः कुंभ राशि वालों को अपनी योजनाओं में अप्रत्याशित रुकावटों का सामना करना पड़ सकता है, इसलिए धैर्य रखना जरूरी है।

मीनः इन राशि वालों को समुद्री या जल यात्रा से बचना चाहिए।

ग्रहण के दौरान जरूर करें ये काम

अगर आप सूर्य ग्रहण (Surya Grahan kab hai 2025) के अशुभ प्रभावों से बचना चाहते हैं, तो सूर्य ग्रहण के दौरान ॐ ह्रीं ह्रीं ह्रौं सः सूर्याय नमः और ॐ घृणिः सूर्याय नमः मंत्रों का जाप करें। धार्मिक मान्यता के अनुसार, इस मंत्र का जाप करने से ग्रहण के प्रभावों से रक्षा होती है।

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