Chhoti Diwali 2025: छोटी दिवाली पर किसकी होती है पूजा ? जानें नरक चतुर्दशी पर दीपदान का शुभ मुहूर्त

खबर सार :-
Choti Diwali Puja Time: छोटी दिवाली बड़ी दिवाली से ठीक एक दिन पहले मनाई जाती है। इसका नाम नरक चतुर्दशी या रूप चौदस क्यों पड़ा और इस दिन किस भगवान की पूजा की जाती है।

Chhoti Diwali 2025: छोटी दिवाली पर किसकी होती है पूजा ? जानें नरक चतुर्दशी पर दीपदान का शुभ मुहूर्त
खबर विस्तार : -

Chhoti Diwali 2025: दिपावली का त्यौहार देश भर में पांच दिनों तक चलता है, जो धनतेरस से शुरू होकर भाई दूज पर समाप्त होता है। इन पांच दिनों में, 'छोटी दिवाली' या नरक चतुर्दशी का त्योहार मनाया जाता है। यह त्योहार हर साल कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि को मनाया जाता है। इसे 'रूप चौदस' के नाम से भी जाना जाता है।

Chhoti Diwali 2025: छोटी दिवाली को क्यों कहते है नरक चतुर्दशी

धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, इसी दिन भगवान कृष्ण ने अत्याचारी राक्षस नरकासुर का वध किया था और सोलह हज़ार कन्याओं को उसकी कैद से मुक्त कराया था। जब उसके अत्याचार बढ़ गए तो भगवान कृष्ण ने माता सत्यभामा की मदद से नरकासुर का वध कर दिया। इसी विजय की खुशी में एक दिन पहले छोटी दिवाली मनाई जाती है ताकि अगले दिन मुख्य दिवाली पर माता लक्ष्मी का स्वागत किया जा सके। इसलिए इस तिथि को ‘नरक चतुर्दशी’ कहा जाने लगा। आइए जानतें है इस  दिन किस भगवान की पूजा की जाती है और दीपदान का शुभ मुहूर्त।

Chhoti Diwali 2025 Puja Muhurat: छोटी दिवाली पर दीपदान का शुभ मुहूर्त

  • हिंदू कैलेंडर के अनुसार, नरक चतुर्दशी 19 अक्टूबर को दोपहर 1:51 बजे शुरू होगी और 20 अक्टूबर को दोपहर 3:44 बजे खत्म होगी। छोटी दिवाली या नरक चतुर्दशी पर आज शाम 05:50 बजे से लेकर शाम 07:02 बजे तक दीपदान का शुभ मुहूर्त रहेगा। 
  • दिवाली हनुमान पूजा मुहूर्त 2025: छोटी दिवाली हनुमान पूजा का शुभ समय रात 11:41 बजे से अगले दिन सुबह 12:31 बजे तक रहेगा।

छोटी दिवाली पर किस भगवान की होती है पूजा 

हिन्दू धर्म में छोटी दिवाली पर भगवान हनुमान के साथ देवी लक्ष्मी और भगवान कुबेर की पूजा का खास महत्व होता है। यमराज के नाम पर भी एक दीया जलाया जाता है। इस दिन विशेष रूप से भगवान यम के लिए दीया जलाया जाता है। ऐसा माना जाता है कि इस दिन भगवान यम के लिए दीया जलाने से नरक जाने से मुक्ति मिलती है। हिंदू मान्यता के अनुसार, आज प्रदोष काल में भगवान यम के लिए दीया जलाना शुभ माना जाता है, साथ ही 14 दीये भी जलाएं। इन दीयों को घर में विभिन्न स्थानों, जैसे छत, आगन, बालकनी, दरवाजे के बाहर आदि पर रखना चाहिए। छोटी दिवाली पर घी या सरसों के तेल का दीपक जलाना चाहिए।

Chhoti Diwali 2025: पूजा विधि और महत्व

छोटी दिवाली पर, घर के सभी सदस्य शाम को स्नान करने के बाद एक साथ पूजा करते हैं। इस दिन सूर्योदय से पहले स्नान करने की परंपरा है, जिसे अभ्यंग स्नान कहा जाता है। स्नान से पहले शरीर पर तिल के तेल का लेप लगाना बहुत शुभ माना जाता है। छोटी दिवाली की शाम को घर के मुख्य द्वार पर 14 दीपक जलाए जाते हैं, लेकिन एक दीपक विशेष रूप से यमराज के लिए जलाया जाता है। यह दीपक अकाल मृत्यु के भय को दूर करने के लिए दक्षिण दिशा की ओर रखा जाता है।

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