कार्तिक माह की महिमा जाने , कार्तिक माह के चमत्कार!

खबर सार :-
कार्तिक माह को हमेशा से बहुत ही शुभ और पुण्यकारी माना गया है।कहा जाता है कि इस महीने में अपनी दिन्चर्या में कुछ छोटे-छोटे बदलाव करके भगवान विष्णु की विशेष कृपा प्राप्त की जा सकती है।क्या आप जानते हैं कि कार्तिक मास में कौन-कौन से प्रमुख बदलाव अपनाने से जीवन में सुख, शांति और समृद्धि ला सकतें है।तो आइए जानते हैं कि हमारे जीवन में कार्तिक मास कितना फलदायी होता है।

कार्तिक माह की महिमा जाने , कार्तिक माह के चमत्कार!
खबर विस्तार : -

हिंदू धर्म में हर महीने का अलग महत्व होता है।साल का आठवां महीना कार्तिक मास होता है और इसे सबसे पवित्र महीनों में गिना जाता है. धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, इस महीने भगवान विष्णु योगनिद्रा से जागते हैं. कहा जाता है कि जो व्यक्ति इस माह में नियमपूर्वक पूजा-पाठ और भक्ति करते हैं, उनके जीवन में भगवान विष्णु, और माता लक्ष्मी की विशेष कृपा सदैव बनी रहती है।इस माह में सूर्योदय से पहले, यानी ब्रह्म मुहूर्त में पवित्र नदियों में स्नान करना बहुत ही शुभ माना जाता है।अगर नदी तक जाना संभव न हो तो घर पर गंगाजल मिलाकर स्नान कर सकते हैं अथवा स्नान मंत्र का उच्चारण कर स्नान करने से सामान्य जल भी गंगा जल के समान हो जाता है।इस प्रकार स्नान करने से शरीर और मन दोनों शुद्ध होते हैं। प्रतिदिन भगवतगीता या तुलसी चालीसा का पाठ करने से मानसिक शांति मिलती है और आध्यात्मिक शक्ति बढ़ती है।इस महीने में भगवान विष्णु की नियमित पूजा करना अत्यंत फलदायी होता है।तुलसी के पौधे के पास दीपक जलाना भी बहुत शुभ माना जाता है. ऐसा करने से घर में सकारात्मक ऊर्जा और शांति बनी रहती है।मंदिरों, घर या नदी किनारे दीपक जलाना अंधकार को दूर करता है और घर में सुख-शांति लाता है यह परंपरा बहुत प्राचीन और महत्वपूर्ण मानी जाती है जिसका वर्णन हमारे धार्मिक ग्रंथो में मिलता है।इस माह में दान करने से विशेष पुण्य की प्राप्ति होती है।आप अन्नदान, गौदान, तुलसी दान, ब्राह्मण भोजन या किसी जरूरतमंद को मदद देकर पुण्य की प्राप्ति कर सकते हैं।

कार्तिक माह में दीप दान की महिमा

कार्तिक माह में दीप दान का भी बहुत बड़ा महत्व होता है, इस माह में भगवान विष्णु के निमित्त दीपदान करने से सभी मनोवांक्षित कामानाओं की पूर्ती होती है एंवम रोग भय का नाश होता है,वहीं धनतेरस से लेकर भाईदूज तक के दिन दीप दान का विशेष महत्व होता है और इस दीन दीप दान करने से सभी कष्टों का निवारण होता है और सभी मनोकामना पूर्ण होती है।इस दिन दीप दान करने से हमारे पित्र संतुष्ट हो हमे आशिर्वाद प्रदान करते है।धनतेरस के दिन किया जाने वाला दीपदान मृत्यु के भय को दूर करता है।

कार्तिक माह में कहां कहां दीप दान करना चाहिए

आपको बता दें कि कार्तिक माह में खुले आकाश में किसी उचे स्थान पर  दीप दान करना चाहिए,इसे आकाश दीप कहा जाता है,इसी प्रकार .देव वृक्ष पीपल, बर्गद मदार, आम , केले,आंवला,आदि देव वृक्षों के निमित्त दीपदान करने से सभी  मनवांछित कामनाओं की पूर्ति होती है। इस माह में नदियों के किनारे,चौराहों पर कुएं के समीप घर के समीप स्तिथ अंधेरे मार्गों पर भी दीपदान करना चाहिए। दिवाली के दूसरे दिन गोवर्धन पूजा के दिन दीप दान से भगवान विष्णु को अति प्रसन्नता होती है, इससे लक्ष्मी नारायण की विशेष कृपा की प्राप्ति होती है।इसी के साथ आपको ये भी बता दे कि भाईदूज के दीन यमुना में स्नान करने का बड़ा महत्व माना जाता है जो व्यक्ति यमुना में स्नान करता है वह यमलोक कभी नहीं देखता यानी उसे यमलोक की प्राप्ति नहीं होती।इसी दिन यमुना माता ने यमराज को भोजन कराया था और इसी दिन नर्क में रहने वाले जीव जन्तुओ को छुटकरा मिला और पृथ्वी पर वह खुशी खुशी रहने लगे।इस दिन भाई का बहन के घर भोजन करने का भी विशेष महत्व माना जाता है, भाई को  बहन को उपहार भेंट करना चाहिए।.इससे भाई को नर्क की यातना नहीं मिलती,ये सब करने से भाई शत्रुओं से दूर रहता है।

आपको बता दें कार्तिक माह से लेकर कार्तिक पूर्णिमा तक जो श्रद्धापूर्वक दीप दान करते है उन्हे कष्टो से मुक्ती प्राप्त होती है, शरीर निरोगी होता है एवं व्यक्ति धनधान्य से परिपूर्ण होता है।कार्तिक माह में सूर्योदय तक स्नान करने से मनवांछित फल प्राप्त होते हैं, यदि कार्तिक माह में  नदी में स्नान किया जाए तो और अधिक पुण्य की प्राप्ति होती है,वहीं जो व्यक्ति कार्तिक मास में पलाश के पत्ते पर भोजन करता है उसे नर्क की यातना नही होती है।कार्तिक माह में भूमि शयन करने से यानी जमीन पर सोने से सूर्य और चंद्रग्रहण के समय दान करने के समान ही फल की प्राप्ति होती है।कार्तिक माह में तिल का दान, भोजन का दान, तिल के तेल का दान, कम्बल का दान, बिस्तर का दान, करने से भी मनोवांक्षित फल की प्राप्ति होती है,वहीं इस पवित्र माह की मान्यता है की जब हम कार्तिक मास में भगवान विष्णु की पूजा और जीवन मे बदलाव अपनाते हैं, फिर हमारे  जीवन में  चमत्कार होने लगते हैं। घर में सुख-शांति बढ़ती है, मानसिक तनाव कम होता है और सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है। साथ ही, हमारी मेहनत और भक्ति के फल जल्दी मिलते हैं और जीवन में सुख समृद्धि और खुशहाली आती है।कार्तिक माह में इस प्रकार इश्वर के निमित्त किए गए पूजा पाठ और दीप दान से अक्षय पुण्य प्राप्त होता है जिससे  निश्चय ही हमारे जीवन में सकारात्मतक बदलाव आतें है और विश्वास और भक्ति की ताकत का अहसास कराते हैं।

 

 

 

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