Yogini Ekadashi पर 19 साल बाद बन रहा है अद्भुत संयोग ! व्रत करने से मिलेगी पिछले जन्मों के पापों से मुक्ति

खबर सार :-
Yogini Ekadashi 2025 : आषाढ़ महीने के कृष्ण पक्ष में आने वाली एकादशी को योगिनी एकादशी कहते हैं। इस साल योगिनी एकादशी 21 जून, दिन शनिवार को है। योगिनी एकादशी के दिन खास संयोग बन रहा है। जिसके कारण व्रत का महत्व बढ़ जाएगा।

Yogini Ekadashi पर 19 साल बाद बन रहा है अद्भुत संयोग ! व्रत करने से मिलेगी पिछले जन्मों के पापों से मुक्ति
खबर विस्तार : -

Yogini Ekadashi 2025: हिंदू धर्म में वैसे तो सभी एकादशी का अपना-अपना महत्व है। लेकिन आषाढ़ माह में पड़ने वाली योगिनी एकादशी का व्रत बहुत ही खास माना जाता है। यह दिन भगवान विष्णु की पूजा करने के लिए समर्पित है।  मान्यता है कि इस दिन व्रत रखने से सुख-समृद्धि आती है और रोगों के साथ-साथ पिछले जन्म के पापों से भी मुक्ति मिलती है। पुराणों में योगिनी एकादशी को रोगों से मुक्ति पाने के लिए सबसे कारगर तिथि बताया गया है, खासकर उन लोगों के लिए जो लंबे समय से मानसिक या शारीरिक पीड़ा से पीड़ित हैं। 

Yogini Ekadashi 2025: इस बार बन रहा अद्भुत संयोग

कहते है योगिनी एकादशी का व्रत करने से 88 हजार ब्राह्मण को भोजन करने के बराबर के पुण्य मिलता है। साथ ही मोक्ष की प्राप्ति होती है। कहा जाता है कि यह व्रत मनुष्य को अपनी इंद्रियों पर संयम रखने और आत्मचिंतन करने की प्रेरणा देता है। इस साल योगिनी एकादशी के दिन अद्भुत संयोग बन रहा है जिसके कारण इस व्रत का महत्व दोगुना हो जाएगा। 

बता दें कि, योगिनी एकादशी के दिन साल का सबसे लंबा दिन होगा। इस दिन की औसत लंबाई 14 घंटे से ज्यादा होगी, जिसके कारण सूर्योदय हर दूसरे दिन की तुलना में थोड़ा पहले होगा और सूर्यास्त काफी देर से होगा। पंचांग के अनुसार, यह महासंयोग 19 साल बाद बन रहा है। इससे पहले ऐसा शुभ संयोग 2006 में बना था।

Yogini ekadashi pooja  muhurat 2025: योगिनी एकादशी पूजा मुहूर्त 

पंचांग के अनुसार आषाढ़ माह के कृष्ण पक्ष की एकादशी तिथि 21 जून को सुबह 07:18 बजे शुरू होगी। जबकि तिथि का समापन 22 जून को सुबह 04:27 बजे होगा। योगिनी एकादशी की पूजा का सबसे अच्छा समय सुबह 4:04 बजे से 4:44 बजे तक रहेगा। वहीं, अभिजीत मुहूर्त सुबह 11:55 बजे से दोपहर 12:51 बजे तक रहेगा। अमृत काल दोपहर 1:12 बजे से दोपहर 2:41 बजे तक रहेगा।

योगिनी एकादशी का महत्व पूजा विधि (Yogini Ekadashi 2025 Pooja Vidhi)

योगिनी एकादशी दिन भगवान विष्णु के साथ देवी लक्ष्मी की पूजा करने से मनोवांछित फल की प्राप्ति होती है। साथ ही रोगों से सभी से मुक्ति मिलती है और मोक्ष की प्राप्ति होती है। इस दिन भगवान विष्णु के साथ देवी लक्ष्मी की पूजा करनी चाहिए और पूजा के दौरान भगवान विष्णु को मौसमी फल, पीले फूल और तुलसी अवश्य अर्पित करनी चाहिए। साथ ही दिनभर व्रत रखने साथ ही अगले दिन परायण करना चाहिए।

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